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बलिया में शासन-प्रशासन का मिशन औचक निरीक्षण

-चलने लगा प्रशासनिक डंडा

-जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, सीडीओ और एडीएम ने एक ही दिन देखा कई दफ्तर

शशिकांत ओझा

बलिया : प्रदेश के आखिरी छोर के जनपद पर प्रशासनिक डंडा अब चलने लगा है। दफ्तरों में गायब रहने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की तो अब खैर नहीं है। सावन के पावन महीने में शिवरात्रि की पूर्व संध्या के दिन गुरुवार को जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी और अपर जिलाधिकारी ने एक ही साथ कई कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया। आवश्यक निर्देश दिए और उचित कार्रवाई भी की गई।

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जिलाधिकारी के देखा सीएमओ कार्यालय और जीएसटी कार्यालय का हाल

जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान वहां 5 एसीएमओ सहित 21 कर्मचारी अनुपस्थित मिले। सभी गैैरहाजिर कर्मियों का स्पष्टीकरण तलब किया गया। इस लचर व्यवस्था के लिए सीएमओ की भी फटकार लगाते हुए सुधार लाने की चेतावनी दी। जिलाधिकारी के अचानक पहुंचने से एसीएमओ डॉ पद्मावती, डॉ विजय यादव, डॉ अशोक कुमार, डॉ आनन्द कुमार व डॉ योगेंद्र दास के अलावा वरिष्ठ सहायक संतोष श्रीवास्तव, संजीव निगम, गोपाल सिंह, मुन्ना बाबू, मारकण्डेय पाण्डेय, राजेश कुमार, अफसाना खातून व सौरभ माथुर, बीएचडब्ल्यू देवेन्द्र झा, जेई प्रेमचंद गैरहाजिर मिले। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी उमेश कुमार, अमरेंद्र कुमार, ओमप्रकाश रावत, अजय यादव, सुनरी देवी व वार्ड बॉय आशीष सिंह भी अनुपस्थित मिले। सभी को एक हप्ते के अंदर स्पष्टीकरण तलब किया है। 

जिलाधिकारी ने राज्य कर विभाग का भी औचक निरीक्षण किया। इस दौरान वहां भारी गंदगी मिलने व पत्रावलियों पर धूल जमा जैसी स्थिति मिलने पर नाराजगी जताई। चेतावनी देते हुए कहा कि दो दिन के अंदर कार्यालय की साफ सफाई कराकर अवगत कराएं। निरीक्षण के दौरान एक व्यापारी ने नोटिस जारी करने के सम्बन्ध में शिकायत की, जिसके बारे में उपायुक्त से जानकारी ली। उन्होंने व्यापारी से कहा कि अगर कार्यालय में कोई भी किसी प्रकार की अवैध धनराशि की मांग करता है तो सीधे मुझे बताएं।

पुलिस अधीक्षक ने देखा थाना दुबहड़ व बैरिया का हाल, दिशा निर्देश

पुलिस अधीक्षक विक्रान्त वीर ने थाना दुबहड़ व बैरिया का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान थाना भवन, परिसर में बने मेस तथा बैरकों का औचक निरीक्षण किया गया। इसके साथ ही थाना मालखाना व थाना कार्यालय के महत्वपूर्ण रजिस्टरों जैसे (अपराध रजिस्टर, त्यौहार रजिस्टर, भूमि विवाद, एच.एस, महिला उत्पीड़न, हत्या बलवा, गुमशुदा, पासपोर्ट ) आदि रजिस्टरों  की गहनता से अवलोकन  कर संबन्धित को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया।  पुलिस अधीक्षक ने महिला हेल्प डेस्क, कंप्यूटर कक्ष, सीसीटीवी कैमरा आदि का भी हखल जाना।

मुख्य विकास अधिकारी ने देखा बीएसए कार्यालय का हाल

मुख्य विकास अधिकारी ओजस्वी राज ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय एवं खंड शिक्षा अधिकारी हनुमानगंज कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। उपस्थिति पंजिका की जांच में पांच कर्मचारी अनुपस्थित मिले, जिनका तत्काल वेतन रोकने का आदेश बीएसए को दिया गया। निरीक्षण के दौरान कार्यालय में एक अनाधिकृत व्यक्ति मिला, जिससे पुछताछ की गई तो संदिग्ध जवाब देने पर और वहां मौजूद लिपिक और वरिष्ट लिपिक से पूछताछ करने पर अनाधिकृत व्यक्ति से उनके संबंध पाए गए। इस प्रकार प्राइवेट अनाधिकृत व्यक्ति के विरुद्ध थाना कोतवाली में मुकदमा लिखवाया गया। वहीं, जिन कर्मचारियों के साथ उसके संपर्क निकले हैं, उनके विरुद्ध भी विभागीय कार्यवाही की जा रही है। मुख्य विकास अधिकारी ने चेतावनी दी कि समय से सभी कर्मचारी कार्यालय में उपस्थित होकर कार्य करें। कार्यालय में कोई भी प्राइवेट अनाधिकृत व्यक्ति या दलाल काम करता हुआ नहीं मिलना चाहिए, अन्यथा की स्थिति में उनके और संबंधित लिपिक के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई के साथ साथ मुकदमा दर्ज करवाया जायेगा।

अपर जिलाधिकारी ने ने देखा अस्पताल और डीआईओएस कार्यालय का हाल

अपर जिलाधिकारी डीपी सिंह ने जिला चिकित्सालय व डीआईओएस कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कुल मिलाकर 30 कर्मचारी अनुपस्थित मिले। सभी अनुपस्थित कर्मियों का स्पष्टीकरण तलब किया गया है। जिला चिकित्सालय में उपस्थिति पंजिका की जांच की तो 16 स्टाफ नर्सों में 11 अनुपस्थित मिलीं। इसके अलावा 3 ओटीएस स्टाफ व 4 एमटीएस स्टाफ भी गैरहाजिर मिले। पंजिका में 9 डॉक्टर का नाम अंकित था, जिसमें 2 गैरहाजिर थे, जबकि 6 डॉक्टर दस्तखत नहीं बनाए थे। इसलिए इनको भी अनुपस्थित कर दिया गया। इसके बाद अपर जिलाधिकारी जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पहुंचे। वहां उपस्थिति पंजिका की जांच की तो 3 कर्मचारी व एक चौकीदार अनुपस्थित मिला।

जिलाधिकारी ने देखा निर्माणाधीन पुल ​का हखल दिया आवश्यक दिशानिर्देश

जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने विकास खंड सोहांव क्षेत्र केे नरहीं गांव के सामने मंगई नदी पर बन रहे पुल का निरीक्षण किया। उन्होंने पुल के पिलर आदि पर तो संतोष जताया, लेकिन निर्माण कार्य फरवरी महीने से बंद होने पर नाराजगी जताई। कार्य बंद होने का कारण जाना और समस्याओं को दूर कर अप्रोच मार्ग का कार्य शुरू कराने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने पुल के उपर व चारों भ्रमण कर कार्य की गुणवत्ता को परखा। पुल के नीचे जाकर एक-एक कार्य को बारीकी से देखा। निरीक्षण के दौरान मौजूद सेतु निगम के सहायक अभियंता ने बताया कि पुल के दोनों तरफ अप्रोच मार्ग पर विवाद था, जिसमें एक तरफ विवाद खत्म करा लिया गया है। दूसरी तरफ अंश निर्णारण को लेकर दिक्कत है। इस पर जिलाधिकारी ने सवाल किया कि पुल निर्माण शुरू करने से पहले ही ये सब क्लियर क्यों नहीं किया गया। जहां भी मामला है, उसे शीघ्र हल कराने का प्रयास करें और अप्रोच का निर्माण भी तेजी से कराएं।  बता दें कि नरहीं में स्व. विनोद राय के घर के सामने मंगई नदी पर यह पुल बन रहा है, जो बैरिया-सागरपाली मार्ग से नरहीं को जोड़ेगा।

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