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फेफना चितबड़ागांव और हल्दी थाना को एक दिन स्कूली छात्राओं ने संभाला

-मिशन शक्ति अभियान
-आरके मिशन स्कूल सागरपाली की छात्रा आयूषी ने संभाली फेफना थाने की जिम्मेदारी
-हल्दी थानाध्यक्ष बनी श्रेया उपाध्याय तो थानाध्यक्ष चितबड़ागांव आयुषी सिंह

शशिकांत ओझा

बलिया : महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए चलाए जा रहे मिशन शक्ति अभियान के पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर स्कूली छात्राओं को एक दिन थाने की कमान सौंपी गई। स्कूली छात्राओं ने थाना प्रभारी की कुर्सी पर बैठ जनसुनवाई करते हुए अपने हुनर का परिचय दिया। थानाध्यक्ष और पुलिस टीम ने छात्राओं को सराहा भी। फेफना, चितबड़ागांव और हल्दी थाने को मंगलवार के दिन स्कूली छात्राओं ने चलाया।


अभियान के तहत फेफना थाने की कमान एक दिन के लिए आरके मिशन स्कूल सागरपाली की कक्षा 12वीं की छात्रा आयुषी चौबे पुत्री अरविन्दचौबे ने संभाली। छात्रा आयुषी चौबे ने थाने का चार्ज संभालते हुए फरियादियों की समस्याएँ सुनीं और उनके समाधान के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिया। उनकी सक्रियता और आत्मविश्वास देखकर मौजूद पुलिसकर्मी और लोग काफी प्रभावित हुए।
इस अवसर पर थानाध्यक्ष सहित अन्य पुलिस कर्मियों ने छात्रा का उत्साहवर्धन किया और कहा कि ऐसे प्रयास न केवल बेटियों को नेतृत्व का अवसर देते हैं बल्कि समाज में ‘बेटी पढ़े-बढ़े और आगे बढ़े’ का संदेश भी मजबूत करते हैं।

मिशन शक्ति अभियान के तहत 11वीं की छात्रा श्रेया उपाध्याय को मंगलवार के दिन एक दिन के लिए हल्दी थाने का प्रभारी बनाया गया। श्रेया ने समस्या लेकर आए लोगों की बात सुनी और निस्तारण के निर्देश दिए। थानाध्यक्ष रोहन राकेश सिंह ने मीरा देवी बालिका इण्टर कॉलेज हल्दी की 11वीं की छात्रा श्रेया उपाध्याय को एक दिन का थाना प्रभारी बनाया। थानाध्यक्ष के तौर पर श्रेया ने जनसुनवाई की। उन्होंने जनता की समस्याओं को गंभीरता से सुना और उनके निस्तारण के लिए कार्रवाई के निर्देश दिए। थानाध्यक्ष रोहन राकेश सिंह ने बताया कि यह आयोजन मिशन शक्ति की उस भावना को साकार करता है, जिसके अंतर्गत बालिकाओं को नेतृत्व की प्रेरणा देकर उनके आत्म-विश्वास एवं निर्णय क्षमता को बढ़ावा दिया जाता है।

 

चितबड़ागांव थाने की कमान शक्ति दीपा इंटर कॉलेज की कक्षा 10वीं की मेधावी छात्रा आयुषी सिंह को मिली। इस अवसर पर छात्रा ने थाने के कार्यों को समझा और महिला सुरक्षा एवं सामाजिक जागरूकता संबंधी पहलुओं की जानकारी हासिल की। थानाध्यक्ष दिनेश पाठक ने कहा कि “इस तरह की पहल से छात्राओं में आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता का विकास होता है। समाज में बेटियाँ किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं, जरूरत है तो सिर्फ उन्हें अवसर देने की। आयुषी जैसी छात्राओं को आगे बढ़ते देख हमें गर्व होता है।