


शशिकांत ओझा
बलिया : नगर पंचायत चितबड़ागांव के ऐतिहासिक बरईया पोखरे में गुरुवार को मछलियां अचानक मरने लगी। मछलियों के मरने से लोगों में बेचैनी बढ़ने लगी। नगर पंचायत प्रशासन द्वारा तत्काल पोखरे से मरी मछलियों को निकलवा कर मिट्टी में गड़वाया गया तथा पुरे तालाब में चुना और संबंधित दवाओं का छिड़काव भी कराया गया।

जानकारी के अनुसार स्थानीय नगर में चितबड़ागाँव मुहम्मदाबाद मार्ग के करीब यह ऐतिहासिक बरईया पोखरा नगर के सम्मानित स्व दीनदयाल बरई द्वारा सैकड़ों वर्ष पुर्व बनवाया गया है। जिसके आसपास शिव मंदिर व और देवताओं का मंदिर भी बना हुआ है। गुरुवार को लोगों ने देखा कि पोखरे व सीढियों पर मरी मछलियां मरी पड़ी हैं। लोगों को काफी आश्चर्य हुआ और लोगों ने इसकी सूचना चेयरमैन अमरजीत सिं को दी। चेयरमैन ने तुरंत दर्जनों सफाई कर्मियों को बुलाकर पोखरे की मछलियां निकलवाकर मिट्टी में गड़वाने के साथ चुनें का छिड़काव भी कराया।

एक दशक पूर्व राजस्व मंत्री ने लगवाया था नलकूप
बरईया पोखरे में इसी प्रकार भयंकर मर रहीं मछलियों को देख प्रदेश सरकार के पूर्व राजस्व मंत्री अंबिका चौधरी ने जल निगम से एक सरकारी नलकूप भी यहां लगवाया था। जिससे पानी चला मछलियों को बचाया गया था। आज यह नलकूप महीनों से खराब पड़ा है और मछलियां फिर मरीं हैं।

नहीं है नलकूप खराब होने की सूचना
जल निगम के सहायक अभियंता निरंजन कुमार द्वारा बताया गया कि नलकूप खराब होने की सुचना विभाग या मुझे नहीं है। परन्तु अब जल्द ही नलकूप ठीक कराया जाएगा।