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पुलिस और राजस्व विभाग कटिबद्ध लग रहा हकीम गड़ही अस्तित्व मिटाने में

-मामला नगरपंचायत चितबड़ागांव का
-नगर पंचायत प्रशासन, शासन और पुलिस को ठेंगा दिखा रहे भू माफिया
-प्रशासनिक रोक के बाद भी धड़ल्ले से रात में चल रहा जेसीबी ट्रैक्टर

शशिकांत ओझा

बलिया : उत्तर प्रदेश सरकार अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चला रही है। अतिक्रमित जमीनों को खाली भी कराया जा रहा है। पर बलिया जनपद में मामला इससे इतर ही है। नगर पंचायत चितबड़ागांव में हकीम गड़ही जो नगर पंचायत की सम्पत्ति है उसका अस्तित्व समाप्त कर उस पर भूमाफियाओं का कब्जा कराने के लिए पुलिस और राजस्व विभाग ही कटिबद्ध है। प्रशासनिक रोक के बाद भी रात में यहां धड़ल्ले से रात में जेबीसी और ट्रैक्टर चल रहे हैं।


नगर पंचायत चितबड़ागांव में तथाकथित भू माफिया अंततः सरकार और नगर पंचायत प्रशासन को राजस्व विभाग और पुलिस की मौन स्वीकृति से ठेंगा दिखा रहे हैं। नगर पंचायत की भूमि पर किए जा रहे अतिक्रमण में रोक के बाद भी भू माफिया अपना ट्रैक्टर और जेसीबी दौड़ा रहे हैं। नगर पंचायत की गलियों में रात भर ट्रैक्टर दौड़ रहे हैं। नगर पंचायत के वार्ड नंबर 5 ब्रम्ही बाबा नगर और वार्ड नंबर 13 जयप्रकाश नगर के बीचोबीच स्थित प्राचीन हकीम जी गड़ही पर अतिक्रमणकारियों की बुरी नजर है। इसका अतिक्रमण धडल्ले से किया जा रहा है। पिछले दिनों नगर पंचायत प्रशासन, प्रभारी स्थानीय निकाय ने कार्य रोकवा दिया। मामला निस्तारित होने की प्रतीक्षा करने की बजाय भू माफिया पुनः अतिक्रमण में जुट गए। गुरुवार की रात जेसीबी और ट्रैक्टर धड़ल्ले से वहां चलने लगे। पुलिस को सूचना भी स्थानीय लोगों ने दिया पर पुलिस ने संज्ञान नहीं लिया। अब दबी जुबान में नगरवासी कहने लगे हैं कि पुलिस की मिली भगत से भू माफिया नगर पंचायत की भूमि पर अपनी दृष्टि वक्र किए हैं।

इस बाबत नगर पंचायत चितबड़ागांव के अधिशासी अधिकारी धर्मराज ने कहा पैमाइश सीमांकन के लिए राजस्व विभाग को पत्र लिखा गया है पर विभाग की पहल नहीं हो रही। नगर पंचायत यदि कार्य रोकता है तो वे कहते हैं हमारी जमीन है।

दो दिन के अंदर होगा सीमांकन, नहीं होगा अतिक्रमण : सीआरओ


मुख्य राजस्व अधिकारी प्रभारी नगर निकाय त्रिभुवन ने बताया कि दो दान के अंदर पैमाइश करा सीमांकन किया जाएगा। नगर पंचायत की जमीन अतिक्रमित नहीं होगी।