-फेफना खेल महोत्सव
-न्याय पंचायत स्तर, ब्लॉक स्तर फिर फेफना विधानसभा स्तर पर आयोजन
-महोत्सव के आयोजक हैं प्रदेश सरकार के पूर्व खेलमंत्री उपेंद्र तिवारी
शशिकांत ओझा
बलिया : युवाओं को खेल के माध्यम से स्वयं और पार्टी के साथ जोड़ने के उद्देश्य से विधानसभा फेफना में खेल कुंभ का आयोजन पूर्व मंत्री उपेंद्र तिवारी द्वारा फेफना खेल महोत्सव के नाम किया जा रहा है। आयोजन का नाम फुटबाल के खिलाड़ी रहे उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री गौरी भइया के नाम पर “गौरी भइया फेफना खेल महोत्सव” रखा गया है। आयोजन का स्लोगन खेलेगा फेफना-खिलेगा फेफना रखा गया है।
फेफना खेल महोत्सव का आयोजन सात नवंबर से शुरू होकर 27 नवंबर तक चलेगा। पहले न्याय पंचायत स्तर पर आयोजन होगा। उसके बखद ब्लाक स्तर फिर फेफना खेल महोत्सव का मुख्य आयोजन होगा जहां ब्लाक स्तर के विजेता आपस में भिड़ेंगे। खेल के इस आयोजन को मिशन 2024 से जोड़ते हुए भाजपा के जोड़ों अभियान के क्रम में भरपूर राजनीतिक रंग भी दिया जा रहा है। न्याय पंचायत, ब्लाक स्तर पर भी पार्टी के नेताओं के आने का क्रम भी रहेगा। पूरे विधनसभा क्षेत्र और जिला मुख्यालय पर भी आयोजन के सड़े बड़े होर्डिंग लगाए गए हैं। सरकार के पूर्व खेल मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता उपेंद्र तिवारी ने अपने आवास पर गत दिनों मीडिया कर्मियों को रात्रि भोज पर बुला प्रेसवार्ता कर खेल महोत्सव आयोजन की विधिवत जानकारी दी।
रतसर के खेल मैदान का गलत नाम प्रसारित होने पर भाजपा नेता स्मृति को आपत्ति
फेफना खेल महोत्सव कार्यक्रम के अन्तर्गत 09 नवम्बर को रतसर कला नगर पंचायत व अमडरिया के साथ जो स्थान का नाम सुनिश्चित किया गया और बैनर में जो प्रिन्टिंग है रतसर खेल का मैदान वह गलत हैं। कृपया उसमें संशोधन कर स्थान का नाम सही ढ़ंग से रतसर इण्टर कालेज खेल मैदान होना चाहिए था।
स्मृति सिंह ने कहा कि रतसरकला स्थित रतसर इंटर कालेज के खेल मैदान की बुनियाद व निर्माण विद्यालय के संस्थापक ठाकुर सहजानंद सिंह (हमारे बाबा) के द्वारा रखा गया था। अत: प्रांगण का नाम सही से सम्बोधित और प्रिन्ट किया जाए। नहीं तो हमारे रतसर क्षेत्र के अभिभावक और युवा खेल का मैदान खोजने में ही रह जायेंगे कि ये खेल का मैदान रतसरकला मे कहां पर स्थित है।
कहा कृपया सही और पूर्ण जानकारी दी जाए जिससे हमारी देव तुल्य जनता समय पर सही स्थान पर प्रस्थान कर सके। रतसर में खेल का मैदान इंटर कालेज छोड़ दिया जाए तो ढ़ूढ़ने से भी नहीं मिलेगा।