

शशिकांत ओझा
बलिया समाचार : फेफना रेलवे स्टेशन पर एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव सहित तीन सूत्रीय मांगों को लेकर क्षेत्रीय संघर्ष समिति फेफना के तत्वाधान में चल रहा धरना प्रदर्शन अब क्रमिक अनशन में तब्दील हो गया। रेल प्रशासन ने शीघ्र ही यदि इस तरफ अपना ध्यान केंद्रित नहीं किया तो अनशन आमरण और रेल रोको अभियान में तब्दील होगा।

बताते चलें कि एक अगस्त से ही क्षेत्रीय संघर्ष समिति अपनी तीन सूत्रीय मांगों के साथ फेफना रेलवे परिसर में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठी। संघर्ष समिति की मांगो में प्रमुख रूप से फेफना में एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव, रेलवे क्रासिंग पर उपरिगामी सेतु और वरिष्ठ नागरिकों को पूर्व में मिलने वाली सुविधाओं की बहाली शामिल है। लगातार चल रहा धरन 20वें दिन क्रमिक अनशन में तब्दील हो गया। क्रमिक अनशन के पहले दिन प्रभुनाथ पहलवान, शिवकुमार सिंह, श्याम नारायण धुसिया, हरेंद्र यादव एवं विक्रमा अनशन पर बैठे। संघर्ष समिति द्वारा चलाए जा रहे क्रमिक अनशन को अपना समर्थन देते हुए फेफना बाजार के व्यापारियों ने अपनी व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद करके धरने में शामिल हुए।
धरना स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए फेफना पुलिस के साथ ही आरपीएफ और जीआरपी के जवान मौजूद रहे। अनशन स्थल पर सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि आज इस रेल आंदोलन के बीसवें दिन हमें अनशन पर बैठना पड़ा क्योंकि रेलवे हमारी मांगो पर चुप्पी साधे हुए है। वक्ताओं ने रेलवे प्रशासन को चेताया की रेलवे हमारी मांगो को अविलंब पूरी नहीं करता है तो हम आंदोलन को आमरण अनशन और रेल रोको आंदोलन में बदल देंगे। इस अवसर पर जनार्दन सिंह, शिवाजी, तेज नारायन, संतोष सिंह, राजकुमार गुप्ता, छोटेलाल चौधरी, सतीश उपाध्याय, धनंजय गिरी, आत्मा गिरी बबलू, अवध नारायण, अशोक गुप्ता, रोहित यादव, अभिषेक सिंह, अमन सिंह, अनुराग पटेल, प्रहलाद मिश्रा, राजेश गुप्ता, मथुरा प्रसाद, केशव गुप्ता प्रधान, ओम प्रकाश वर्मा, लक्ष्मीशंकर सिंह, हसन जावेद, हरिनाथ सिंह आदि उपस्थित थे।