-पत्रकारों की विचार गोष्ठी
-पूर्वांचल के पत्रकारों का हुआ जुटान,सभी ने निर्धारित विषय पर दिए अपने विचार
बलिया : ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन बलिया ने मातृदिवस के दिन जिला मुख्यालय पर अपने प्रदेश अध्यक्ष के सम्मान समारोह के बहाने पूर्वांचल के पत्रकारों का जुटान किया। “वर्तमान परिवेश में संगठन और संघर्ष” विषयक गोष्ठी किया। पत्रकारों ने निर्धारित विषय पर अपने विचार करते हुए संगठन और संघर्ष की महत्ता पर प्रकाश डाला।
वक्ता पत्रकारों ने कहा कि आज के परिवेश में संघर्ष जीवन का एक अहम अंग बन गया है। आवश्यकता इस बात की है कि संघर्ष के विषय का चयन सामाजिक सरोकार को ध्यान में रख बनाया जाए। संगठन की महत्ता पर वक्ताओं ने कहा कि कलियुग में संगठन की महत्ता तो शुरू से कही और मानी गयी है। संघे शक्ति कलियुगे कहने और लिखने वालों की मंशा संगठन ही रही होगी। विषयक गोष्ठी में विचार प्रस्तुत करने वालों में मऊ के जिला अध्यक्ष हरिद्वार राय, आजमगढ़ के बृजभूषण उपाध्याय, वीरभद्र प्रताप सिंह, देवरिया के पवहारी शरण राय, कैप्टन वीरेंद्र सिंह, रणजीत मिश्र, सुधीर ओझा, ओंकार सिंह, गाजीपुर के मुन्नी लाल पांडेय, राम प्रताप तिवारी, छोटेलाल चौधरी, अनिल केशरी, रमाकांत सिंह, बृजेंद्र सिंह आदि ने शामिल रहे। इस मौके पर डा विनय कुमार सिंह, केपी चमन, वीर बहादुर सिंह, आनंद सिंह, बसंत पांडेय, अरविंद तिवारी, मंजय सिंह, श्याम प्रकाश शर्मा आदि मौजूद रहे। अध्यक्षता साहित्यकार भोला प्रसाद आग्नेय व संचालन संगठन के जिलाध्यक्ष शशिकांत मिश्र ने किया।
14वीं बार प्रदेश अध्यक्ष चुने जाने पर सौरभ कुमार का हुआ सम्मान
बापू भवन टाउन हाल के सभागार में रविवार को ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के 14वीं बार प्रदेश अध्यक्ष चुने जाने पर उनका अभिनंदन व सम्मान किया गया। सौरभ कुमार को गत दिनों चित्रकूट में आयोजित प्रदेश सम्मेलन में अनवरत 14वीं बार सर्व सम्मति से प्रदेश अध्यक्ष चुना गया।
सम्मान समारोह में ग्राप ए के सदस्यों ने प्रदेश अध्यक्ष का माल्यार्पण और अंगवस्त्रम और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। प्रदेश अध्यक्ष सौरभ कुमार ने अपने सम्बोधन में कहा कि ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन की बुनियाद ही ग्रामीण पत्रकारों को सम्मान व अधिकार दिलाने के लिए संघर्ष करने के उद्देश्य से किया गया। जिसकी पहचान आज पूरे प्रदेश के 75 जनपदों में पत्रकारों के सम्मान रक्षक के रूप में स्थापित हो गई है। वर्तमान परिवेश में पत्रकारिता एक चुनौती बन रही है। किंतु ऐसी स्थिति में भी ग्रापए पत्रकारों के सम्मान को कभी झुकने नहीं देगा। हाल ही में जनपद के तीन पत्रकारों को रिहा कराने की लड़ाई में संगठन ने जो योगदान अंकित किया है। संगठन ने बता दिया है कि प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन की अलग पहचान कायम हो चुकी है। उन्होंने कहा कि जबतक पत्रकारों का सम्पूर्ण हक सम्मान नहीं मिल जाता, हमारी मांगे पूर्ण नहीं हो जाएगी। हमारा संघर्ष चलता रहेगा। रह गया बात पत्रकारों के उत्पीड़न की तो वो पत्रकार साथी चाहे जिस संगठन का हो यदि हमारे समक्ष बात आएगी तो उसको लेकर संघर्ष करके जीत हासिल करने के तैयार रहेंगे।