-प्रेम भूषण महराज के श्रीमुख से
-कथा में मंत्री दयाशंकर सिंह, सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त व सांसद नीरज शेखर का सहभाग
-हजारों कथा प्रेमियों ने महाराज जी नमन करते हुए परिवहन मंत्री को दिया धन्यवाद
शशिकांत ओझा
बलिया: ख्यातिलब्ध राम कथा वाचक प्रेम भूषण जी महाराज के बाबा बालखंडी नाथ परिसर में चल रहे दिव्य कथा का समापन मंगलवार को भव्य तरीके से हुआ। नौ दिवसीय कथा के अंतिम दिन परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के साथ सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त, राज्यसभा सांसद नीरज शेखर, बलिया चेयरमैन संत कुमार गुप्ता मिठाई लाल आदि कई मानिंद लोग पहुंचे और व्यास पीठ का पूजन करते हुए श्रद्वाभाव से कथा का श्रवण किया।
पूज्य महाराज जी ने कहा कि राम कथा का श्रवण व मनन करने से मनुष्य को सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है। कथा से हमें आत्मिक सुख की प्राप्ति होती है। कहा गंगा जैसे अपने प्रवाह से संबंधित क्षेत्र को पावन कर देती है ठीक उसी तरह जहां कथा रस की वर्षा होती है वहां का वातावरण आलोकित हो जाता है। रामकथा सुनने मात्र से सारे सुख प्राप्त हो जाते हैं।
प्रभु श्रीराम की निश्छल भाव से स्मरण करने मात्र से उनकी कृपा प्राप्त हो जाती है। प्रभु श्रीराम के भक्तों को सभी लोकों का सुख सहज ही प्राप्त हो जाता है। इस दौरान महाराज जी के संगीतमय मधुर भजन सुनकर श्रद्धालु झूमने पर मजबूर हो गए। महाराज जी सांसद व अन्य अतिथियों को आशीर्वाद स्वरूप धार्मिक पुस्तक आदि भेंट किए। परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि महाराज जी की कृपा हमें सदैव प्राप्त हुई है और मैं इनके लिए प्रभु श्रीराम भक्त हनुमान की तरह ही हैं। मंत्री ने क्षेत्र के लोगों का हृदय से आभार व्यक्त किया।
सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने बाबा बालखंडी नाथ मंदिर में सतसंग भवन बनाने के लिए अपनी निधि से 51 लाख रुपये देने की घोषणा की। इस बीच दो दिन भव्य भंडारे का भी आयोजन किया गया जिसमें हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। कथा में धर्मेंद्र सिंह, जयराम सिंह, पूर्व प्रमुख गुड्डू राय, बब्बन सिंह रघुवंशी, अनिल पांडेय, जितेंद्र राव आदि मौजूद रहे। कथा प्रेमियों ने प्रेमभूषण महाराज का नमन करते हुए परिवहन मंत्री को धन्यवाद दिया।
देर रात तक चला भंडारा
रामकथा समापन के बाद बुधवार को हवन-पूजन का आयोजन किया गया। जिसमें क्षेत्र के दर्जनों लोगों ने भाग लिया। हवन के बाद भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। भंडारे का कार्यक्रम देर रात तक चला जिसमें आयोजन समिति के लोग लगे रहे।