-राष्ट्रपति चुनाव
-विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने निर्वाचन में सफलता के दी मुर्मू को बधाई।
शशिकांत ओझा
बलिया : देश के 15वें राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आ गए हैं। इसमें विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हरा एनडीए उम्मीदवार प्रथम आदिवासी महिला झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू निर्वाचित हुईं हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित देश के भाजपा नेताओं ने उन्हें जीत की बधाई दी है। 25 जुलाई को द्रौपदी मुर्मू देश के प्रथम नागरिक राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगी। सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे।
राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा और विपक्ष के बीच पूरे मनोयोग से जंग हुई। भाजपा को सफलता मिली। देश के तीन राज्यों आंध्रप्रदेश, सिक्किम और नागालैंड में विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को एक भी मत नहीं मिला। आंध्र प्रदेश में कुल 173 विधायकों ने वोट डाला और ये सभी वोट द्रौपदी मुर्मू को मिले। वहीं नगालैंड में सभी 59 और सिक्किम के सारे 32 विधायकों ने मुर्मू को अपना समर्थन दिया। देश का कोई ऐसा राज्य नहीं रहा, जहां मुर्मू को वोट नहीं मिले हों। हालांकि केरल में कुल 140 विधायकों में मुर्मू को सिर्फ 1 विधायक ने वोट दिया। कुल चार राउंड की गिनती के बाद जो आंकड़े जारी हुए हैं, उनमें एनडीए की ओर से उम्मीदवार बनाई गईं द्रौपदी मुर्मू ने जीत हासिल की। जहां मुर्मू को इस चुनाव में कुल 2824 प्रथम वरीयता के वोट मिले, वहीं यशवंत सिन्हा को 1877 प्रथम वरीयता वोट मिले। इस आधार पर मुर्मू 6 लाख 76 हजार 803 वैल्यू के बराबर वोट जुटाने में सफल रहीं, जबकि यशवंत सिन्हा महज 3 लाख 80 हजार 177 वोट ही हासिल कर सके।
सांसदों के वोटों की गिनती पूरी होने के बाद पहले राउंड के नतीजे घोषित हुए थे, वहीं आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत 10 राज्यों के विधायकों के वोटों की गिनती के बाद दूसरे चरण के नतीजे घोषित हुए। तीसरे राउंड के अंत तक ही द्रौपदी मुर्मू ने 5,77,777 वोट हासिल कर निर्णायक बढ़त हासिल कर ली थी। लेकिन चौथे राउंड में यशवंत सिन्हा को द्रौपदी मुर्मू से ज्यादा वोट मिले। हालांकि, इस राउंड में ज्यादा वैल्यू वोट हासिल करने के बावजूद उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। द्रौपदी मुर्मू के निर्वाचित होने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें शुभकामनाएं दी। देश भर से उन्हें बधाई मिल रही है। प्रतिभा पाटिल के बाद द्रौपदी मुर्मू देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं पर आदिवासी समाज की प्रथम राष्ट्रपति होने का रिकार्ड उनके नाम दर्ज हुआ है।