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पूर्व सांसद रवींद्र कुशवाहा ने भाजपा जिलाध्यक्ष को बताया अपनी हार का जिम्मेदार

-मामला लोकसभा सलेमपुर का

-कहा भाजपा जिलाध्यक्ष संजय यादव है समाजवादी पार्टी का एजेंट

-प्रदेश सरकार की मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम भी लगी रही हराने में 

शशिकांत ओझा

बलिया : लोकसभा चुनाव 2024 में संसदीय निर्वाचन क्षेत्र 71 सलेमपुर से चुनाव हारे भाजपा उम्मीदवार रविंद्र कुशवाहा (पूर्व सांसद) ने अपनी हार का ठीकरा बलिया भाजपा जिलाध्यक्ष संजय यादव पर और प्रदेश सरकार की मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम के सिर फोड़ा है। पूर्व सांसद में बलिया भाजपा जिलाध्यक्ष संजय यादव को समाजवादी पार्टी का एजेंट तक कहा है।

लोकसभा चुनाव में सलेमपुर लोकसभा क्षेत्र से अपनी हैट्रिक लगाने में चुके रविंद्र कुशवाहा चुनाव के बाद पहली बार मीडिया कर्मियों से मुखातिब थे। मीडिया कर्मियों से वार्ता के दौरान पूर्व सांसद रविंद्र कुशवाहा ने कहा की बलिया जिलाध्यक्ष संजय यादव को एक क्षण भी जिलाध्यक्ष पद की कुर्सी पर रहने का अधिकार नहीं है। मेरा बस चले तो मैं उन्हें तुरंत वहां से हटा दूं लेकिन यह निर्णय तो पार्टी को करना है। पूर्व सांसद ने कहा की जिलाध्यक्ष संजय यादव शुरू से मेरा विरोध करते रहे और अपनी पूरी टीम को मुझे चुनाव हारने के लिए ही उतार दिया। कहा संजय यादव ने भीतरघात नहीं किया एक षड़यंत्र किया कारण कि वह समाजवादी पार्टी का एजेंट है। पूर्व सांसद रवींद्र कुशवाहा ने प्रदेश सरकार की राज्यमंत्री विजय लक्ष्मी गौतम को भी जमकर निशाने पर लिया।

कहा वह महिला एक दिन भी सलेमपुर में वोट मांगने नहीं आयी और अपने लोगों को मेरा विरोध करने और मेरे विपक्ष में मतदान करने के लिए माहौल बनाने को कहा। पूर्व सांसद ने वार्ता के क्रम में बांसडीह विधायक केतकी सिंह का नाम तो नहीं लिया पर यह कहा कि मेरी हार के पीछे विधानसभा सिकंदरपुर, बांसडीह, बेल्थथरारोड और भाजपा जिलाध्यक्ष संजय यादव तथा मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम जिम्मेदार हैं।

पूर्व सांसद ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार को हराने का कार्य मोदी योगी ओ कमजोर करने की साजिश है। कहा प्रदेश कमेटी की टीम हार के कारणों की जांच कर रही है। टीम बलिया आएगी उसे सभी चीजें विस्तार से बताउंगा। पूर्व सांसद ने इस चुनाव को मुद्दाविहीन चुनाव भी बताया। पूर्व सांसद ने कहा ओमप्रकाश राजभर के पुत्र का एक लाख 70 हजार मतों से हारना बता रहा है कि राजभर समाज में उनकी पकड़ कमजोर हुई है।

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