बलिया : बलिया जिले में वरिष्ठ अधिकारियों के विकेट गिरने का अभियान चल रहा है। शासन ने जिला उद्यान अधिकारी, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद बलिया के बाद अब जिला समाज कल्याण अधिकारी को निलंबित कर दिया है। जिला समाज कल्याण अधिकारी पर भी भ्रष्टाचार का आरोप है। उन्हें निलंबित करने की संस्तुति मुख्य विकास अधिकारी ने ही की थी।
शासन ने जिला समाज कल्याण अधिकारी अभय कुमार सिह को सस्पेंड करने का मुख्य आधार बोरिेंग में घोटाला को बनाया है। सूत्रों के मुताबिक जिले में 165 बोरिंग में मात्र 82 बोरिंग ही धरातल पर मिले 83 बोरिंग का पता ही नहीं चला।
दो वर्ष पहले शासन द्वारा अनुसूचित जाति व जनजाति के लिए किसानों के लिए 165 निःशुल्क बोरिंग कराने का लक्ष्य निर्धारित किया था। इसके लिए समाज कल्याण विभाग को 19.50 लाख रुपये आवंटित किए गए थे। योजना के तहत प्रति निःशुल्क बोरिंग 10 हजार की धनराशि कार्यदायी संस्था ग्रामोद्योग विकास संस्थान नवाबगंज गोंडा को उपलब्ध करायी गई थी। दो वर्ष बीतने बाद भी धरातल पर कार्य नहीं हुआ और बिना बोरिंग ही कार्यपूर्ति प्रमाणपत्र जमा कर दिया गया। योजना में खेल होने की संभावना पर सीडीओ प्रवीण वर्मा ने एसडीएम सदर से सत्यापन कराया तो कई जगह बिना बोरिंग कराए ही भुगतान का मामला सामने आया। सीडीओ ने समाज कल्याण अधिकारी को निलंबित करने के लिए शासन को पत्र (डियो लेटर) प्रेषित किया। सीडीओ की रिपोर्ट को संज्ञान में लेते हुए शासन ने जिला समाज कल्याण अधिकारी अभय कुमार सिह को निलंबित कर दिया। अधिकारी के निलंबित होने से विभाग में हड़कंप की स्थिति है। अभी क ई लोगों पर इस घोटाले की गाज गिरने की संभावना है।