-संगठन की जिम्मेदारी
-मिठाई लाल भारती पुनः बने सपा बाबा साहब वाहिनी प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष
-पूर्व मंत्री व्यास जी गोड़ को बनाया गया अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ का प्रदेश अध्यक्ष
शशिकांत ओझा
बलिया : समाजवादी पार्टी में इन दिनों संगठनात्मक तैनातियों का दौर चल रहा है। राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कुछ दिन पहले अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी घोषित की तो पुर्व मंत्री रामगोविंद चौधरी को कार्यकारिणी का सदस्य बनाया। राम अचल राजभर पूर्व कु भांति पद पर हैं ही। अखिलेश यादव ने बलिया के मिठाई लाल भारती को बाबा साहब वाहिनी का राष्ट्रीय अध्यक्ष पुनः नामित किया है वहीं पूर्व मंत्री व्यास जी गोड़ को अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ का प्रदेश अध्यक्ष बनाया है।
समाजवादी पार्टी द्वारा संगठन में बलिया को महत्वपूर्ण भूमिका दी गई है। ऐसा करने से पार्टी में बलिया जिले का वजन और बढ़ा है। समाजवादी पार्टी में बलिया का वजन वैसे शुरू से ही रहा है। पार्टी के कुछ नेता पार्टी के स्थापना काल से ही साथ रहे हैं। छोटे लोहिया नाम से विख्यात जनेश्वर मिश्र तो पार्टी के मेरुदंड आजीवन रहे।
बसपा छोड़ सपा में आते समय ही मिठाई लाल भारती पखर्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीब रहने वाली टीम में शामिल हो गए। अखिलेश यादव ने उन्हें अपने दल के प्रकोष्ठ में राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया। विधानसभा चुनाव और लोकसभा उपचुनाव में इनको स्टार प्रचारक भी बनाया गया। एक बार पुनः पूर्व मुख्यमंत्री पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इन्हें उसी पद पर रिन्यूअल करते हुए बाबा साहब वाहिनी का राष्ट्रीय अध्यक्ष नामित करते हुए अपनी कार्यकारिणी बनाने का निर्देश दिया है।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने बलिया के ही पूर्व मंत्री व्यास जी गोड़ को राष्ट्रीय अध्यक्ष की स्वीकृति पर पार्टी के अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ का प्रदेश अध्यक्ष नामित किया है। व्यास जी गोड़ जिले और प्रदेश में गोड़ बिरादरी की राजनीति से पैदा नेता हैं। मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव की कैबिनेट में वह एक आयोग के उपाध्यक्ष का पद संभालते हुए राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त किए थे। व्यास जी गोड़ को न ई जिम्मेदारी मिलने से जिले के सपा जनों में उत्साह और उमंग दिख रहा है। प्रदेश के आखिरी जिले पर राष्ट्रीय अध्यक्ष के ध्यान और स्नेह को पार्टी के नेता बेहतर मान रहे हैं।