
-सत्तू का बढा मान
-जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार की विशेष भूमिका से मिला यह अवसर
शशिकांत ओझा
बलिया : उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे ‘एक जनपद एक उत्पाद’ (ओडीओपी) योजना के अंतर्गत जनपद बलिया के लिए “सत्तू” को चयनित किया गया है। इस निर्णय का उद्देश्य जनपद बलिया की पारंपरिक और स्थानीय पहचान को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना है, साथ ही इससे स्थानीय कारीगरों, किसानों एवं उद्यमियों को सीधा लाभ मिलेगा। जिले को मिले इस मान में जिलाधिकारी की विशेष भूमिका रही।
“सत्तू” जो मुख्य रूप से चने से बनाया जाता है, बलिया क्षेत्र में वर्षों से पोषक और सुलभ आहार के रूप में प्रचलित है। इसके स्वास्थ्यवर्धक गुणों और व्यापक उपयोग को देखते हुए इसे ओडीओपी के रूप में मान्यता दी गई है। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के पीछे जनपद बलिया के जिलाधिकारी की विशेष भूमिका रही है। उनके सतत प्रयास, दूरदृष्टि और प्रभावी नेतृत्व में जनपद स्तर पर सत्तू के महत्व को उजागर किया गया। जिलाधिकारी ने स्थानीय उत्पादों के संभावनाओं का मूल्यांकन कर संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित किया गया, जिससे राज्य स्तर पर “सत्तू” को ओडीओपी के रूप में मान्यता दिलवाना संभव हो पाया। इस योजना के तहत सरकार द्वारा प्रशिक्षण, वित्तीय सहायता, तकनीकी सहयोग एवं बाज़ार उपलब्ध कराने की सुविधाएँ दी जाएंगी, जिससे बलिया के उद्यमियों को आत्मनिर्भर बनने में सहयोग मिलेगा। यह कदम बलिया के आर्थिक विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।