ब्रजेश दुबे
गड़वार ( बलिया) : ब्लाक के डवाकरा हाल में शनिवार को आयोजित स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेज-2 के अन्तर्गत ओडीएफ प्लस पर ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन पर एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला में महत्वपूर्ण टिप्स दिए गए। कार्यशाला में प्लास्टिक कचरा प्रबंधन व खुले में शौच मुक्त गांव पर विशेष चर्चा की गई। कार्यक्रम के पूर्व बतौर मुख्य अतिथि ब्लॉक प्रमुख अतुल प्रताप सिंह ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुरुआत किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ब्लॉक प्रमुख ने कहा कि गांव को स्वच्छ एवं सुंदर बनाए रखने के लिए आप लोगों को नियुक्त किया गया है। नैतिक दायित्व समझते हुए आप गांव के विकास में सहयोग करिए। विकास की रूपरेखा तैयार करिए। क्षेत्र पंचायत निधि से गांव को साफ सुथरा रखने व विकास के लिए पर्याप्त धनराशि दी जाएगी। ओडीएफ के जिला सलाहकार शैलेश ओझा ने कहा कि भले ही प्लास्टिक उत्पाद लोगों के जीवन का एक अभिन्न अंग बन गए हैं लेकिन विशेष रुप से ग्रामीण इलाकों में एक महत्वपूर्ण पर्यावरणीय चुनौती के रुप में उभरा है।
जिसके कारण गांवों को ओडीएफ प्लस घोषित करने के लिये प्लास्टिक कचरा प्रबंधन को एक महत्वपूर्ण मानदंड बनाया गया है। इसके तहत जब बडी मात्रा में प्लास्टिक जमा हो जाता है तो इसे प्लास्टिक वेस्ट रिसोर्स मैनेजमेंट सेंटर ले जाया जाता है। कहा कि गांव में प्रयास करिए कि हर व्यक्ति घर के शौचालय में ही शौच करे। एडीओ पंचायत जेपी सिंह ने कहा कि ओडीएफ प्लस खुले में शौच से मुक्त होने की स्थिति को बनाए रखता है। ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन करता है।
इसके तहत सभी घरों के साथ ही प्राथमिक विद्यालयों, पंचायत भवनों , आंगनबाडी केंद्रों में शौचालय की सुविधा उपलब्ध होती है। कहा कि घर घर सरकार ने शौचालय बनवाया है। उसके बावजूद भी कहीं कहीं बाहर लोग शौच कर रहे हैं। कहा कि स्वच्छ भारत का सपना तभी साकार हो सकता है जब हम सभी मिलकर प्रयास करें। इस मौके पर सचिव मनोज सिंह, राजेश सिंह, दीपक कन्नौजिया, शौकत अली, संजीव यादव, धनज्जय सिंह, मंजीत सहित समस्त पंचायत सहायक, सचिव व ब्लॉक कर्मचारी मौजूद रहे।