
-शिव महापुराण कथा
-संवरुबांध गांव में श्रीनिवास ओझा के यहां चल रहा सावन मास में पुनीत धार्मिक आयोजन

शशिकांत ओझा
बलिया : स्थानीय सवरुबांध गांव में श्रीनिवास ओझा के यहां सावन मास में पुनीत धार्मिक आयोजन शिव महापुराण कथा का आयोजन है। उत्तराखंड से पधारे स्वामी पं. खीमानंद जी महाराज भक्तों और आम जनों को भगवान शिव की महिमा बताते हुए शिव पुराण का रसपान करा रहे हैं।

कथा के छठे दिन देव भूमि उत्तराखंड से पधारे पंडित श्री खीमानन्द महाराज ने श्रोता श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि मानव जीवन का परम लक्ष्य शिव प्राप्ति है और शिव की प्राप्ति कठिन तपस्या से ही संभव है। उन्होंने शिव पुराण में वर्णित शिव वर्णित माता पर माता पार्वती जी की कठिन तपस्या की चर्चा करते हुए कहा कि ब्रह्मा के आदेश उपरांत महर्षि नारद ने पार्वती जी को मंत्र दीक्षा प्रदान किया। तत्पश्चात पार्वती जी तपोवन में जाकर कठोर तपस्या करने लगी।

उनके कठोर तप के फलस्वरूप भी उन्हें शिव की प्राप्ति हुई। उसी प्रकार मानव मात्र को भी शिव की कृपा की प्राप्ति हेतु कठिन तपस्या की आवश्यकता है। इसी बीच श्रद्धालुओं के मध्य शिव विवाह उत्सव मनाया गया। इस उत्सव में उपस्थित श्रद्धालु जन एवं परिवारिक जन जमकर गोता लगाया एवं महाराज श्री ने शिव विवाह के महिमा को सुनाते हुए कहा कि पवित्र श्रावण मास में जो भी शिव की विवाह की कथा सुनता है एवं सुनाता है उसके सभी पाप कट जाते हैं। शिव की महती कृपा की प्राप्ति होती है। इस शिव विवाह में दो पक्षों के लोग उपस्थित हुए एक पक्ष कन्या पक्ष दूसरा वर पक्ष उपस्थित था। इसी बीच श्रद्धालुओं को भजन के माध्यम से संगीत का वातावरण तथा शिव विवाह भी हुआ।

इसी बीच इस कार्यक्रम में मुख्य यजमान हरीश चौबे, नागेश दुबे, भूपेंद्र नाथ सिंह, बृजनंदन सिंह, डॉ दीनदयाल मिश्र, रामकृपाल पांडेय, तारकेश्वर पांडेय, रोशन चौबे, शिवजी यादव, कपूर चंद कुशवाहा, ग्राम प्रधान अंजनी पांडेय, जिला पंचायत सदस्य बरमेश्वर कुशवाहा आदि लोग तथा क्षेत्रीय जनता उपस्थित रही।