


-जिले का बेहतरीन कार्य
-अभी तक सलानी पक्षियों को ही अपनी ओर बुलाता था सुरहाताल
-जिलाधिकारी के कारगर प्रयास और पहल से मिलेगा नया बड़ा आयाम



शशिकांत ओझा
बलिया : पूर्व प्रधानमंत्री जननायक चंद्रशेखर जी के एक और सपने में अब पंख लगने जा रहा है। पर्यटन के क्षेत्र में सुरहाताल को विकसित करने की उनकी सोच को जिलाधिकारी की पहल और प्रयास से बेहतरीन आयाम मिलने जा रहा है। सैलानी पक्षियों को अपनी तरफ आकर्षित करने वाला सुरहाताल अब पर्यटकों को भी अपनी तरफ बुलाएगा। दिसंबर महीने से सुरहाताल में शुरू हो रहा नौकायन नूतन जनपद के लोगों का नूतन वर्षाभिनंदन करेगा।


पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर ने सुरहाताल को विश्वस्तरीय पर्यटन केन्द्र बनाने की मंशा पाली थी। शुरुआत भी करी कुछ कार्य आगे बढ़ा भी पर वह आयाम मूर्तरुप नहीं ले पाया। सुरहाताल के पक्षी विहार को विदेशी पक्षियों ने पसंद किया प्रतिवर्ष उनके आने का क्रम भी शुरू हुआ पर पब्लिक का यहां आना कम हुआ। जनपद के मुट्ठी भर लोग ही बस सुरहाताल की तरफ कभी कभार रुख करते थे। राज्यसभा सांसद नीरज शेखर, सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त, नगर विधायक परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह और एमएलसी रविशंकर सिंह पप्पू ने बलिया के कटहरनाला और सुरहाताल की ओर ध्यान केंद्रित किया।



सुरहाताल के पास ही स्थापित जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. कल्पलता पांडेय ने भी विश्वविद्यालय के साथ सुरहाताल को भी व्यवस्थित करने की सोचा। सभी के प्रयास को जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने अपने पहल और प्रयास से अमलीजामा पहनाने का क्रम शुरू किया है। दिसंबर महीने से सुरहाताल को ईकोटूरिज्म के रुप में विकसित कर नौकायन शुरू हो रहा है। जिलाधिकारी की यह पहल निश्चित ही सुरहाताल को पक्षियों के विहार के साथ मानव विहार के योग्य बनाएगा और और पब्लिक भी धीरे धीरे सुरहाताल की ओर अपना रुख करेगी।