
शशिकांत ओझा
बलिया : सनबीम स्कूल अगरसंडा में शनिवार को इंटरनेशनल चेस एरिना ग्रैंडमास्टर विक्रम मिश्रा का वर्कशाप आयोजित किया गया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शतरंज में अपनी पहचान बना चुके एरिना इंटरनेशनल मास्टर (एआईएम) और शारीरिक शिक्षक पुरस्कार विजेता विक्रम मिश्रा ने बच्चों को शतरंज खेल की बारिकियों को सिखाया।
सनबीम स्कूल बलिया में आयोजित इस विशेष सत्र में विक्रम मिश्रा ने छात्रों को शतरंज की बारीकियों से अवगत कराया। उन्होंने खेल के विभिन्न पहलुओं, जैसे कि ओपनिंग, मिडल गेम और एंड गेम की रणनीतियों पर विस्तार से चर्चा की। छात्रों को खेल के दौरान ध्यान रखने योग्य महत्वपूर्ण टिप्स दिए गए, जिससे वे अपनी खेल तकनीक को और बेहतर बना सकें। इस कार्यक्रम का एक विशेष आकर्षण वह लाइव ऑनलाइन मुकाबला था, जिसमें विक्रम मिश्रा ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के एक शतरंज खिलाड़ी के साथ खेला। इस लाइव मुकाबले को स्कूल के छात्रों के लिए सीधे प्रसारित किया गया। श्री मिश्रा ने खेल के दौरान अपनी चालों और रणनीतियों की व्याख्या की, जिससे छात्रों को वास्तविक समय में एक उच्च स्तरीय शतरंज मैच को समझने और उससे सीखने का अवसर मिला। विक्रम मिश्रा ने छात्रों को बताया कि शतरंज न केवल एक मनोरंजक खेल है, बल्कि यह एकाग्रता, धैर्य, रणनीतिक सोच और समस्या-समाधान जैसे महत्वपूर्ण कौशल विकसित करने में भी सहायक है। उन्होंने छात्रों को नियमित रूप से शतरंज खेलने और अपनी क्षमताओं को निखारने के लिए प्रेरित किया। स्कूल के शिक्षकों और प्रबंधन ने विक्रम मिश्रा के इस ज्ञानवर्धक सत्र के लिए उनका आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर विद्यालय निदेशक डॉ कुंवर अरुण सिंह ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि शतरंज न केवल आपका बौद्धिक विकास करता है अपितु आपके कार्यपथ में उच्च योग्यता भी प्रदान करता है। आपको जरूरत है अपने लक्ष्य को पहचानने की । डॉ सिंह ने कहा कि नई शिक्षा नीति भी विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखते हुए शारीरिक और बौद्धिक शिक्षा को भी शिक्षा के मुख्यधारा में लाने पर जोर दिया है। इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ अर्पिता सिंह, विद्यालय प्रशासक संतोष कुमार चतुर्वेदी डीन एकेडमिक सहरबानो, हेडमिस्ट्रेस नीतू पांडेय की उपस्थित सराहनीय रही।