
-चितबड़ागांव में आंदोलन समाप्त
-अधिशासी अधिकारी पर एक करोड़ 17 लाख रुपए हेरा फेरी की प्राथमिक दर्ज
-जिलाधिकारी के प्रतिनिधि एसडीएम ने शीघ्र स्थानांतरण का दिया आश्वासन


शशिकांत ओझा
बलिया : नगर पंचायत चितबड़ागांव में लोकतंत्र और राजतंत्र के बीच चल रही जंग मंगलवार की शाम समाप्त हो गई। जीत लोकतंत्र की ही हुई। राजतंत्र के मुंह पर करारा तमाचा लगा। अधिधासी अधिकारी पर एक करोड़ 17 लाख हेराफेरी का मुकदमा दर्ज हुआ। जिलाधिकारी के प्रतिनिधि एसडीएम सदर ने शीघ्र स्थानांतरण का भी आश्वासन दिया।

नगर पंचायत कार्यालय में विगत नौ दिन से चल रहा तालाबंदी व धरना प्रदर्शन जिलाधिकारी के आश्वासन पर मंगलवार को समाप्त हुआ। नगर पंचायत के ईओ अनिल कुमार पर जिलाधिकारी के निर्देश के क्रम में एक करोड़ 17 लाख गबन की प्राथमिकी दर्ज हुई। अधिशासी अधिकारी द्वारा करोड़ों रुपए फर्ज़ी भुगतान मामले में दोष सिद्ध हो जाने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं होने से आक्रोशशित सभासदों ने नगर पंचायत कार्यालय पर तालाबंदी कर विरोध प्रदर्शन चालू कर दिया था। 13 फरवरी मंगलवार को उपजिलाधिकारी सदर अत्रेय मिश्रा ने ईओ अनिल कुमार पर मुकदमा पंजीकृत कराते हुए जल्द से जल्द स्थानांतरित कराने की बात कही और तालाबंदी व विरोध प्रदर्शन को समाप्त कराया। उप जिलाधिकारी व सभासदों के वार्ता के दौरान सभासदों ने कहा कि ईओ अनिल कुमार पर एफआईआर होने के बाद यदि 10 दिनों के अन्दर गिरफ्तारी नहीं हुई तो फ़िर हम लोगों तालाबंदी करने को बाध्य होंगें जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।