-विकास कार्यों की जांच
-नामित सभासद भाजपा मंडल अध्यक्ष प्रतुल ओझा की मुख्यमंत्री से की शिकायत पर हो रही जांच
रविशंकर पांडेय
बांसडीह (बलिया) : शासन के निर्देश पर एसडीएम बांसडीह दीपशिखा सिंह के नेतृत्व में गठित जाँच टीम नगर पंचायत में आ धमकी। वहीं गहनता के साथ जांच की गई। सनद रहे स्थानीय बीजेपी मण्डलाध्यक्ष व नामित सभासद प्रतुल कुमार ओझा ने नगर पंचायत में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर शिकायत किया था।
आम जन तक सरकार की योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक कैसे पहुँचाया जाय। शायद यही मंशा प्रदेश के मुख्यमंत्री की है। प्रतुल ओझा ने बताया कि हमने स्ट्रीट लाइट की खरीद ,आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के नाम पर फर्जी भुगतान तथा नगर पंचायत में बने सार्वजनिक शौचालय की धांधली और नगर पंचायत में बनी सड़क को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजा था। उसी के मद्देनजर जिलाधिकारी बलिया के निर्देशन में बाँसडीह उपजिलाधिकारी दीपशिखा सिंह सहित चार सदस्यी टीम गठित की गई। शुक्रवार को नगर पंचायत में जांच टीम धमक गई। और गहनता के साथ जांच शुरू किया। आउटसोर्सिंग के तहत रखे गए कर्मचारियों की पूरी पत्रावली को जांच टीम ने लेकर चली गई। सूत्रों की माने तो बांसडीह नगर पंचायत में 31 कर्मचारी पत्रावली में दर्ज है जबकि मौके पर 9 कर्मचारी ही पाए गए। तो वहीं दूसरी तरफ जांच टीम के सदस्य बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता द्वितीय मनोज कुमार सिंह के साथ दिन भर नायब तहसीलदार अंजू यादव के साथ नगर में घूमकर जांच में लगे रहे। ऐसे में उक्त जांच की चर्चा हर तरफ होंने लगी है। कहीं न कहीं जांचोंपरांत कार्रवाई निश्चित होगी। उपजिलाधिकारी दीपशिखा सिंह ने भी बताया कि जांच शुरू कर दी गई है। जो तथ्य सामने आएंगे उसे पारदर्शिता के साथ मीडिया को बता दिया जाएगा।