-बांसडीह का मामला
-मामले की गहनता से जांच कर रही है पुलिस, देंखे क्या तथ्य आता है सामने
रविशंकर पांडेय “लालबाबू”
बांसडीह (बलिया) : दो दिन पहले यानि गत शुक्रवार को बांसडीह शराब भट्ठी के पास हुई मारपीट मामले में एक मौत के बाद गुत्थी उलझती जा रही है। हालांकि पुलिस भी मामले की गहन जांच में जुट गई है। जबकि उक्त घटना में मुख्य वजह लेखपाल और साथ आए लोगों को ही बताया जा रहा है। देखना है कि जांच के बाद कौन सा तथ्य सामने आता है।
प्रदेश में अपराध पर अंकुश कैसे लगे इसके लिए प्रदेश सरकार हर संभव कोशिश कर रही है। लेकिन कभी कभी छोटी बात पर विवाद इतना बढ़ जाता है कि आगे पीछे कोई कुछ नहीं सोचता। शुक्रवार यानी एक जुलाई को बांसडीह-मनियर मार्ग पर स्थित शराब भट्ठी के पास ऐसा ही विवाद उत्पन्न हुआ जो मारपीट के बाद नया मोड़ ले लिया। बताया जा रहा है कि यदि लेखपाल सुधीर खरवार के साथ आए लोग बात को बढ़ावा नहीं दिए होते तो आज यह नौबत नहीं आती और एक मौत नहीं हुई होती।
बताया जा रहा है कि देशी शराब भट्ठी के सामने उतर दिशा में जितेंद्र शर्मा की कार्ड छपाई की गुमटी में दुकान है। जिससे उसके परिवार का जीवन यापन होता हैं। गुमटी के पास ही लेखपाल और उसके साथ आए लोगों ने चार पहिया गाड़ी खड़ी की थी। उसी बीच किसी दूसरे बाइक वाले ने पास लेते वक्त चार पहिया वाहन में खरोच कर दिया था। लेखपाल सुधीर खरवार और उनके साथ आए लोगों ने दुकानदार जितेंद्र से पूछा कि किसने वाहन में टच किया। इस पर जितेन्द्र शर्मा ने अपनी असमर्थता जताई। ऐसे में नशे में धुत लेखपाल और उनके साथ आए लोगों ने गुमटी दुकानदार जितेंद्र की पिटाई कर दी। दुकानदार की पिटाई देख आसपास के लोगो ने मामला शांत कराया।
बताया यह भी जा रहा है कि लेखपाल और अन्य लोग अपनी कार से आकर अम्बेडकर तिराहे के आगे गाड़ी खड़ी कर गाड़ी में ही रखे हॉकी, और बेत लेकर फिर जितेंद्र को मारने के लिये चल दिये। इतने में जितेन्द्र ने अपने मोहल्ला में सूचना दे दिया। जहां शुक्रवार की शाम हॉकी डंडा से लैस लोगों के साथ जमकर मारपीट हुई और उसी में एक 30 वर्षीय युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। इसकी सूचना किसी ने पुलिस को दी। सूचना पाकर पहुचीं पुलिस ने मामले को शांत कराया और दोनों पक्षो के घायलों को बांसडीह पीएचसी पहुंचाया। इसी में एक युवक तराजपाली थाना पकड़ी का देवेश सिंह गंभीर चोट होने की वजह से डॉक्टरों ने जिला अस्पताल के लिये भेज दिया। वहां से डॉक्टरों ने उसे पीजीआई के लिये भेज दिया। लेकिन घायल युवक के परिजन उसे मऊ के प्रकाश हॉस्पिटल में भर्ती कराया। फिर उसे मऊ से भी डॉक्टरों ने पीजीआई के लिये भेज दिया। पीजीआई लखनऊ ले जाते वक्त उसकी रास्ते मे ही शनिवार को मौत हो गई। पुलिस मामले में गहन जांच शुरू कर दी है। कोतवाल राजीव कुमार मिश्र ने बताया कि पुलिस अपना काम कर रही है। तहरीर मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।