-सनबीम स्कूल बलिया में कार्यशाला
-विधिक जागरूकता शिविर में बच्चों को दी गई विधिक जानकारी
शशिकांत ओझा
बलिया : बच्चों को ज्ञान, जागरूकता, प्रोत्साहन, सुझाव के निमित्त शहर के अगरसंडा स्थित सनबीम स्कूल सदैव तत्परता से प्रयासरत है। शहर का यह ऐसा अनूठा स्कूल है जो बच्चों के निमित्त जन जागरण में अनवरत लगा हुआ है। विद्यालय के निदेशक डॉ अरुण कुमार सिंह स्वयं ऐसी पहल पर विशेष ध्यान देते हैं। इसी क्रम में बुधवार को उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देशन में ‘ला ऑफ एक्शन’ के अंतर्गत जनपद न्यायाधीश जितेंद्र कुमार पांडेय के निर्देशानुसार अपर न्यायाधीश/सचिव (जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दीवानी न्यायालय) नरेंद्र पाल राणा की अध्यक्षता में सनबीम स्कूल में ‘विधिक साक्षरता एवं जागरूकता’ शिविर का आयोजन किया गया।
कार्यशाला के इस विशेष आयोजन में कक्षा 8 ए, बी, सी के बच्चे शामिल थे। बच्चों से मुखातिब होकर उन्हें न्याय व विधिक संबंधी अनेक जानकारियां एडीजे ने दी। बताया कि आप सभी ‘गुड टच’ एवं ‘बैड टच’ से वाकिफ हैं। सराहना व शाबाशी को गुड टच जबकि आपकी इच्छा के विपरीत आपका स्पर्श बैड टच अर्थात अपराध की श्रेणी में आता है। अतः आप सभी को मानसिक रूप से निडर व जागरूक रहना है। शासन ने त्वरित न्याय के लिए पास्को एक्ट, स्पेशल टास्क कोर्ट, सालसा,निशुल्क वकील, विशेष सुनवाई, आदि की व्यवस्था राज्य, जनपद एवं तहसील स्तर पर की है। कहा कि निर्दोष को सजा ना मिले व अपराधी बच ना पाए, इस पर हम न्यायाधीश पैनी नजर रखते हैं।
अतः एक न्यायाधीश कुशल ऑब्जर्वर एवं लिसेनर भी होता है। वह महज फाइल में दर्शाई गई तथ्य को ही नहीं देखता। विद्यार्थियों के इस विशेष कार्यशाला में कक्षा 8वीं की कीर्ति वर्मा, अमृता गुप्ता, समृद्धि, दीक्षा, जान्हवी, प्रिंस गुप्ता , शौर्य पांडेय, भूमि सोनी, अनीशा, आर्यन आदि ने क्रमशः धाराप्रवाह अंग्रेजी में न्याय व विधिक से जुड़े अनेक प्रश्न किए। जिसका प्रत्युत्तर न्यायाधीश ने बड़े रोचक, आत्मीय व शानदार ढंग से देकर बच्चों को संतुष्ट किया। उन्होंने बच्चों के प्रश्न, जिज्ञासा व उत्साह की सराहना की। वे स्वयं भी बच्चों के उत्साह को देखकर खुश थे। तत्पश्चात उन्होंने विद्यालय के पुस्तकालय का निरीक्षण किया। उन्होंने विद्यालय प्रबंधन की प्रशंसा की। अंत में एडमिन संतोष कुमार चतुर्वेदी ने बहुमूल्य समय देने हेतु उनका आभार ज्ञापित किया। इस अवसर पर प्रधानाचार्या डॉ अर्पिता सिंह, एडवोकेट कुमार अमिताभ, कोआर्डिनेटर सहर बानो, शिक्षकगण डॉ नवचंद्र तिवारी, अनुराग सिंह, सीताराम चौबे, विशाल सिंह, नेहा श्रीवास्तव आदि थे।