
-प्रधानाचार्य अभिभावक संवाद
-प्रधानाचार्य ने बेहतर छात्र निर्माण पर अभिभावकों संग की चर्चा
-कहा अब बच्चों को रोकने, टोकने और ठोकने का समय नहीं, करें प्यार
-कहा छोटे बच्चों को मोबाइल लैपटाप से रखे दूर, बच्चों संग बैठना करें शुरू

शशिकांत ओझा
बलिया : विहान विद्या पीठ, पकड़ी, सागर पाली में रविवार को अभिभावक उन्मुखीकरण एवं पैरेंटिंग कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का विषय था “7 से 11 वर्ष के बच्चों की परवरिश एवं अभिभावकों की भूमिका”।

कार्यक्रम का शुभारंभ संस्था के निदेशक नीतीश उपाध्याय को समन्वयकों द्वारा पौधा देकर किया गया। इस संदेश के साथ भविष्य में यूँ ही वे पौधा रूपी विद्यार्थियों को सिंचित करते रहें। उसके बाद प्रबंध निदेशक ने अपने स्वागत भाषण में अभिभावकों के सहयोग का आह्वान किया। विशिष्ट संसाधन व्यक्ति एवं सीबीएसई द्वारा मान्यता प्राप्त अधिकृत प्रशिक्षक एवं प्रधानाचार्य सीके सिंह ने अभिभावकों को बच्चों की आवश्यकताओं, मानसिक विकास, भावनात्मक संतुलन तथा अनुशासन के महत्व पर विस्तृत मार्गदर्शन प्रदान किया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय की छात्रा सौम्या शेखर और श्रेया ने किया। चेयरमैन प्रमोद उपाध्याय ने सबको अपना आशीर्वाद दिया। अभिभावकों ने उत्साहपूर्वक इस कार्यशाला में भाग लिया तथा अनेक प्रश्न पूछकर अपनी शंकाओं का समाधान प्राप्त किया। कार्यशाला का समापन अंकित द्वारा धन्यवाद ज्ञापन एवं बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की मंगलकामनाओं के साथ हुआ। आयोजन में विद्यालय की शिक्षिका अंकिता उपाध्याय, दिव्या आदि शिक्षक/शिक्षिका मौजूद रहे।
कार्यशाला ्के् मुख्य बिंदु इस प्रकार रहे
1. 7 से 11 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों में सीखने की क्षमता एवं रचनात्मकता का सुनियोजित विकास।
2. बच्चों में आत्मविश्वास एवं सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने के उपाय।
3. डिजिटल युग में बच्चों के लिए संतुलित समय-प्रबंधन की आवश्यकता।
4. अभिभावकों एवं विद्यालय की संयुक्त जिम्मेदारी।5. बच्चों की भावनाओं को समझकर संवाद की महत्ता।


