शशिकांत ओझा
बलिया : बिहार के बक्सर व बलिया के मध्य प्रवाहित गंगा तट पर भरौली में आयोजित विशाल गड़हा महोत्सव में शनिवार की रात भोजपुरी सितारों ने हजारों की भीड़ पर अपने सुरों का जादू जमकर चलाया। सुरों से सजी इस शाम के दरम्यान 21 जोड़ों ने सदा के लिए एक दूसरे का हाथ थामा।
भोजपुरी कलाकार गोपाल राय के नेतृत्व में आयोजित गड़हा महोत्सव की शुरुआत 21 कन्याओं की शादी से हुई। बेटियों की शादी के दौरान अनुभा राय ने मांगलिक गीत गाया। जबकि सलटू राम की टीम ने गोड़ऊं नृत्य प्रस्तुत किया। इसके बाद मंच पर मशहूर भोजपुरी फिल्म अभिनेत्री डिम्पल सिंह के साथ आए सन्नी पाण्डेय ने ‘सब जिला खाली जिला ह, हमार जिला बागी बलिया ह…’ से महफिल लूटी। डिम्पल सिंह ने विवाह गारी गीत संग डांस से शमा बांध दिया। इसके बाद बक्सर के कलाकार अरविंद कल्लू ने अपने लोकप्रिय गानों को प्रस्तुत कर वाहवाही लूटी। कल्लू ने ‘तनी ताक ल देवलिया पर का लिखल बा…’ के जरिए मांगलिक अवसर पर रंग जमा दिया। भोजपुरी गायिका अनुपमा यादव ने माहौल को भांपते हुए ‘मेरे राम बैठे हैं मेरे सीने में…’ और ‘जिस भजन में राम का नाम न हो…’ प्रस्तुत कर माहौल में भक्ति का रस घोला। अनुपमा ने अपने फैन्स को ‘लगलू पसारे तू त पांख पियर फराक वाली…’ गा कर खुश कर दिया। अजीत आनंद, विकास अविरल, रितु, आस्था सिंह, सोना सिंह व शिवानी ने भी अपनी कला का जलवा बिखेरा।
भोजपुरी स्टार पवन सिंह के माइक संभालते ही दर्शक कुछ देर के लिए बेकाबू हो गए। हालांकि, भारी संख्या में तैनात पुलिस फोर्स ने स्थिति को तुरंत संभाल लिया। फिर बारी आई पवन सिंह के सुरों के जादू की। उन्होंने ने भारत माता की जयकारे के साथ मंच संभाला। पहला ही गीत माहौल के अनुरूप प्रस्तुत किया। पवन ने गाया कि ‘मेरी सज गई अवध नगरिया प्रभु राम के लिए…’।
इसके पहले उद्घाटन पूर्व मंत्री उपेन्द्र तिवारी ने दीप पप्रज्ज्वलित कर किया। इसके बाद सामूहिक विवाह समारोह का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर बक्सर विधायक मुन्ना तिवारी, भाजपा के प्रदेश मंत्री संतोष रंजन राय, विंध्याचल पाठक, डा. राजेश राय, सुशील राय, मार्कण्डेय राय, अभिषेक राय, कार्तिक राय, रमेश यादव, रियाजुद्दीन राजू, सुशील पाण्डेय, प्रशांत राय बंटी, सौरभ सिंह रानू, मुन्ना राय, अजय राय, मणिशंकर मिश्र, गजानंद राय आदि थे। मंच का संचालन जयप्रकाश जिद्दी ने किया।
पवन सिंह ने मंच संभालते ही कहा कि भोजपुरी भाषी जब गरज देते हैं तो मेरा सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है। कहा कि भोजपुरी भाषी लोगों का प्रेम ही है जो आज मैं इस मुकाम पर खड़ा हूं। कहा कि चूंकि बेटियों की शादी है, इसलिए मैं यहां पैसा लेकर नहीं आया। मैं बेटियों को कुछ देकर जाऊंगा। संदेश दिया कि बड़ों का आशीर्वाद लेना जीवन के लिए जरूरी है। पवन ने कन्याओं की शादी के लिए भोजपुरी गायक व गड़हा महोत्सव के आयोजक गोपाल राय की जमकर प्रशंसा की। पवन ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए। एक-एक कर सभी कलाकारों का परिचय अपने अंदाज में कराया। कहा कि संघर्ष ही जीवन है। मेरे जीवन में जाति-पांत का कोई महत्व नहीं है।
पवन सिंह ने सभी इक्कीस जोड़ों को दिया उपहार
सभी इक्कीस दूल्हे जब पंडाल में प्रवेश कर रहे थे तो महोत्सव के आयोजकों द्वारा फूलों की बारिश कर स्वागत किया गया। विवाह मंडप में सभी जोड़ों की वैदिक मंत्रोच्चार के बीच शादी हुई। गड़हा विकास मंच के अध्यक्ष चंद्रमणि राय ने कन्यादान किया। उधर, बेटियों की शादी के बाद मंडप में पहुंचे भोजपुरी सिने जगत में पावर स्टार कहे जाने वाले मशहूर गायक व अभिनेता पवन सिंह ने सभी 21 कन्याओं अपनी तरफ से उपहार देकर आशीर्वाद दिया। पवन को अपने बीच पाकर सभी वर-वधू काफी प्रफुल्लित दिखे। वहीं, आयोजक गोपाल राय, गड़हा विकास मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्रमणि राय व महासचिव बिजेंद्र राय ने बेटियों को आशीर्वाद देकर विदा किया।