बलिया : बलिया जिले के पत्रकारों को आधुनिक तेवर की पत्रकारिता सिखाने की शुरुआत करने वाले वरिष्ठ पत्रकार विद्यासागर तिवारी नहीं रहे। बंगलौर में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन का समाचार सुन जिले के पत्रकारों में शोक की लहर है।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय से एलएलबी की शिक्षा ग्रहण करने के बाद उन्होंने माता-पिता की सेवा के लिए पत्रकारिता क्षेत्र को चुन आज समाचार पत्र की सेवा प्रारंभ कर बलिया आ गए। अमर उजाला समाचार पत्र को बलिया लाने का श्रेय भी उन्हीं को मिला। अमर उजाला के बाद वे दैनिक जागरण समाचार पत्र की सेवा में जुड़े और बलिया और म ऊ जिले के संपादकीय प्रभारी रहे। म ऊ से पत्रकारिता क्षेत्र को अलविदा कहने के बाद बे अपने बच्चों संग बंगलौर में भी रहने लगे। वे बलिया आते-जाते रहते थे। पैतृक गांव पुरास से उन्हें बहुत प्रेम था। ग्रामीणों के विशेष निवेदन पर पत्रकारिता करते हुए ही वह गांव के प्रधान भी रहे।