-मिशन 2022
-पूर्व विधायक मो. रिजवी के सवाल पर कुछ सोच ही नहीं पाते थे अखिलेश
-अल्पसंख्यक समाज के एक व्यक्ति को टिकट देना था समाजवादी पार्टी की मजबूरी
-सिकंदरपुर विधानसभा क्षेत्र से ही अब हैं विकल्प, शेख अहमद अली और इस्लाम
बलिया : समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में मुख्य विपक्षी पार्टी है इसलिए यहां दावेदार ज्यादा हैं। बात बलिया जिले की करें तो यहां अखिलेश यादव की एक समस्या समाधान होती दिख रही है। अल्पसंख्यक समाज की संतुष्टता उनकी मजबूरी थी ही जिले में विकल्प भी नहीं के बराबर था। इसलिए सिकंदरपुर विधानसभा क्षेत्र से मो. रिजवी को टिकट देना मजबूरी था। लेकिन मिशन 2022 में इस समस्या का समाधान दिखने लगा है। देखना रोचक है कि सपा क्या करती है।
विधानसभा क्षेत्र सिकंदरपुर से अल्पसंख्यक समुदाय के दो लोगों ने समाजवादी पार्टी के झंडे को थाम समाज सेवा का संकल्प लिया है। एक शेख अहमद अली “संजय भाई” तो गुलबों की नगरी सिकंदरपुर में अल्पसंख्यक समुदाय के साथ हिन्दुओं के दिलों में भी राज करते हैं। समाज सेवा के क्षेत्र में किए जाने वाले कार्य बहुत ही बेहतरीन हैं। उनके पारिवारिक जन विदेशों में बड़ा व्यवसाय करते हैं इसलिए वो लोगों की सहायता भी दिल खोल कर करते रहते हैं। उसी प्रकार एक चिकित्सक भी समाजसेवा का दम रखते हैं।
कुल मिला कर समाजवादी पार्टी के लिए अब विकल्प हो गया है। वह उम्मीदवार का चयन कर सकती है।