-चली खूब तैयारी
-सहरसपाली, शंकरपुर, सरयां, ब्राह्मइन और हैबतपुर है प्रशासन का चिह्नित गांव
-मुख्यमंत्री ने कह दिया कि दूसरा गांव तो हो सकती है प्रशासन की भारी फजीहत
-ग्राम्य विकास और पंचायती राज मंत्री की प्रतिष्ठा भी तो देखनी दिखानी है टीम को
बलिया : उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 18जून को बलिया आ रहे हैं। जिला अस्पताल के निरीक्षण सहित सीएम के घोषित कार्यक्रम में एक गांव का भ्रमण भी शामिल है। गांव कौन सा होगा जहां सीएम जाएंगे यह तो कोई नहीं जानता पर यदि सीएम ने कहा एक गांव दिखाओ तो जिला प्रशासन सीएम को इन पांच गांवों जैसे सहरसपाली, शंकरपुर, सरयां, ब्राह्मइन और हैबतपुर में से एक में घूमा सकता है। कारणकि प्रशासन ने यहां खूब तैयारियां की हैं।पिछले दो दिनों इन गांवों में सरकारी वाहन दौड़ते ही रहे हैं।
इन पांचों गांवों में युद्धस्तर पर तैयारी हो ही रही है।
लेकिन सबसे ज्यादा आशंका सरया गांव को लेकर ही है। वजह कि इस गांव का पंचायत भवन तो इतना बेहतर है कि किसी मॉडल पंचायत भवन से कम नहीं कहा जा सकता। शंकरपुर गांव भी रोड पर है इसलिए वहां भी जा सकते हैं। वैसे लोग अपने हिसाब से किसी भी गांव का अंदाजा लगाएं, लेकिन जिस दिन कार्यक्रम है यानी 18 जून को ही मुख्यमंत्री के स्तर से यह तय होगा कि उन्हें कौन सा गांव देखना है। हालांकि शहर से सटे कोई गांव ही सीएम कहेंगे।
ऐसे में सवाल उठता है कि एनएच षर हैबतपुर प्रशासन के टारगेट में है तो नगरपालिका से सटे चंद्रशेखर नगर वाला गांव रामपुर महावल क्यों नहीं। बहेरी क्यों नहीं, परमंदापुर क्यों नहीं। जलालपुर क्यों नहीं। प्रधानमंत्री के उज्जवला उद्घाटन वाला गांव माल्देपुर क्यों नहीं। यदि गोरखपुर रोडपर ब्रह्माइन गांव है तो तीखमपुर क्यों नहीं। प्रशासन ने क्या सोचकर पांच गांव तय किया तैयारी के लिए यह तो वही जाने पर शहर से सटे कई गांव ऐसे हैं जहां सीएम गए तो जिला प्रशासन और पंचायती राज विभाग की बज जाएगी। कहा तो यह भी जा रहा कि गावों के विकास वाले दोनों विभागों के मंत्री बलिया जिले के ही हैं इसलिए प्रशासन सीएम की आंख में धूल झोंकने के फिराक में भी है।