-विधानसभा चुनाव में टिकट
-किसी जनप्रतिनिधि पर हाईकमान कर रहा विचार तो किसी के पक्ष में जनता ही नहीं
-चुनाव में लगभग 42 दिन ही शेष फिर भी उम्मीदवार और पब्लिक दोनों सकते में
बलिया : उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज गया है। चुनावी प्रक्रिया प्रारंभ भी हो गयी है. बलिया में छठवें चरण में तीन मार्च को चुनाव होना है पर आलम यह है कि यहां के भाजपा नेता और पब्लिक अभी भी सकते में हैं। जिले की सात सीटों में से पांच पर पार्टी का कब्जा है पर एक सीट भी अभी तक निश्चिंत नहीं है। चुनाव में लगभग सवा महीना (42 दिन) रह गया है पर किस सीट से कौन लड़ेगा अभी भी अनिश्चितता में ही है। आलम है कि किसी उम्मीदवार पर हाईकमान विचार कर रहा तो किसी पर जनता ही नाराजगी जगा चुकी है।
बात बलिया की करें तो यहां सरकार वाली पार्टी भाजपा के पांच विधायक हैं जिसमें उपेंद्र तिवारी और आनंद स्वरूप शुक्ल योगी सरकार में मंत्री भी हैं। लेकिन सभी सीटों पर उम्मीदवारों की कतार लगी हुई है। रसड़ा और बांसडीह में मामला समझ में आता है क्योंकि यहां दूसरे दल के विधायक हैं पर फेफना, बलिया नगर, सिकंंदरपुर, बैरिया और बेल्थरारोड (सु) इन सीटों पर भी जहां सिर्फ फेफना छोड़ सभी जगह नए और पहली बार ही लोग विधायक हुए हैं वहां भी टिकट मांगने वालों की कतार है। चुनाव नजदीक होने के बाद पब्लिक में हर विधानसभा क्षेत्र में दो या तीन लोगों के नाम की माला फेरी जा रही है। पार्टी हाईकमान क्या निर्णय देगा देखना है। पब्लिक चर्चा में मुताबिक निम्न के चुनाव में टिकट की संभावना है।
इन इन का दावा अभी
विधायक फेफना
उपेंद्र तिवारी, अभिराम सिंह दारा
विधानसभा बलिया नगर
नागेंद्र पांडेय, टुनजी पाठक, आनंद स्वरूप
विधायक बैरिया
सुरेंद्र सिंह, मुक्तेश्वर सिंह
विधानसभा सिकंंदरपुर
संजय यादव, अक्षय यादव, राजधारी
विधानसभा बेल्थरारोड
छट्ठू राम, धनंजय कन्नौजिया
विधानसभा बांसडीह
अमरेंद्र सिंह, केतकी सिंह
विधानसभा रसड़ा
अवधेश सिंह इंजीनियर, प्रदीप सिंह