-समाजवादी पार्टी की राजनीति
-लंबे समय से पार्टी के निष्ठावान साथी, पूर्व प्रदेश सचिव को मिल सकता है मौका
बलिया : समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय व प्रदेश सम्मेलन संपन्न हो चुका है। सम्मेलन में राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष निर्वाचित भी हुए हैं। संयोग रहा कि दोनों पदों पर कोई परिवर्तन नहीं हुआ पर अब परिवर्तन की लहर शुरू होने वाली है। बलिया जिले में भी जिलाध्यक्ष की कुर्सी पर कई लोगों की नैतिक जिम्मेदारी बनी हुई है उसी में एक नाम अकमल नईम खां मुन्ना का है। संभावना है कि जिलाध्यक्ष वाला ऊंट इस बार शहर से सटे बहेरी में भी बैठ सकता है।
बात अकमल नईम खां मुन्ना की करें तो वह समाजवादी पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं में शुमार हैं। नगर विधानसभा क्षेत्र से टिकट का दावा भी लगभग एक दशक से अधिक समय से उनका है पर टिकट नहीं भी मिला तो पार्टी के लिए जुट जाना उनकी आदत में शुमार है। वे प्रदेश कार्यकारिणी के में सचिव भी रहे हैं। प्रदेश व राष्ट्रीय सम्मेलन में पूरे दमखम के साथ सहभागिता भी दर्ज कराई। उम्मीद है कि उनके समर्पण का सम्मान शायद इस बार राष्ट्रीय अध्यक्ष कर दें। सपा का जिलाध्यक्ष बनने में अकमल नईम खान मुन्ना का दावा भी मजबूत प्रतीत हो रहा है।