शशिकांत ओझा
बलिया : ‘क्षय रोग मुक्त उत्तर प्रदेश’ अभियान के अंतर्गत जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता के संरक्षण एवं निदेशिक, शैक्षणिक डॉ.पुष्पा मिश्रा के निर्देशानुसार विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए गाँवों में समाज कार्य विभाग के द्वारा विभिन्न सामुदायिक विकास की गतिविधियाँ संचालित की जाती हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को हनुमानगंज ब्लॉक के बसंतपुर, ब्रह्माइन और भरतपुरा गाँवों के तीन क्षय रोगियों को विवि परिसर के प्राध्यापकों ने गोद लिया।
डॉ. अजय कुमार चौबे, विभागाध्यक्ष, अंग्रेजी, डॉ. विवेक यादव, सहायक आचार्य, समाजशास्त्र तथा डाॅ. शशिभूषण, सहायक आचार्य, अर्थशास्त्र ने 1-1 क्षय रोगी को गोद लिया तथा पोषण पोटली प्रदान की। इस पोषण पोटली में भुना चना, मूंगफली, गुड़, सत्तू, गजक आदि पोषक खाद्य पदार्थ थे। प्रधानमंत्री द्वारा 2025 तक टीबी मुक्त भारत का जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है, उसमें ऐसी पहल महत्त्वपूर्ण है।
इस अवसर पर हनुमानगंज ब्लॉक के डाॅ. सुमित कुमार (एसटीएस) ने कहा कि टीबी लाइलाज बीमारी नहीं है, हम सबके प्रयासों से इसका समूल उन्मूलन किया जा सकता है। उन्होंने विवि के इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि जेएनसीयू समाज कल्याण के लिए शतत प्रयास कर रहा है। पूर्व में जेएनसीयू द्वारा 13 मरीजों को गोद लिया गया था, जिसमें 4 मरीज पूर्ण रूप से स्वस्थ हो गये हैं। इस सकारात्मक कार्य के लिए उन्होंने विवि के समाज कार्य विभाग की टीम को बधाई भी दी।
समाज कार्य विभाग के सहायक आचार्य डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि देश को टीबी मुक्त करने के लिए सबको मिलकर प्रयत्न करने होंगे। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की चीफ प्राक्टर डाॅ. प्रियंका सिंह, सहायक आचार्यगण डाॅ. गुंजन कुमार, डॉ. स्मिता त्रिपाठी, डॉ. सौम्या तिवारी, डॉ.विनीत कुमार, हनुमागंज ब्लॉक की सीएचओ आरती यादव तथा समाज कार्य विभाग के विद्यार्थी सोनी यादव, गौरव राय एवं प्रदीप कुमार गुप्ता आदि उपस्थित रहे।