-सरकारी सिस्टम को तमाचा
-सरकार और मुख्यमंत्री की मंशा को नहीं मान रहे लेखपाल कानूनगो
-तहसीलदार ने अंततः किया पैमाइश के लिए तिथि का निस्तारण
रविशंकर पांडेय
बांसडीह (बलिया) : योगी सरकार भले ही भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश की बात करे, प्रदेश में रामराज्य की बात करे, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। मंगलवार को बांसडीह तहसील अंर्तगत सिंगही गांव निवासी शम्भू गोंड़ अपने पशुओं को लेकर तहसील परिसर में पहुंच गए। जानकारी के अनुसार उनसे तहसील प्रशासन लेखपाल, कानूनगो द्वारा जमीन पैमाईश के लिए घूस मांगा गया था।
तहसीलदार प्रवीण सिंह ने कहा की शुक्रवार को पैमाईश होगी. यूपी सरकार आम जन के लिए हर संभव प्रयास में है ताकि किसी भी विवाद का निस्तारण त्वरित हो। परंतु भ्रष्टचार ने इतना जड़ मजबूत कर लिया है कि शायद अंकुश लगना मुश्किल है। बताया जा रहा है कि बांसडीह तहसील क्षेत्र के सिंगही गांव निवासी शम्भू गोड़ जमीन पैमाईश कराने के लिए लगातार चक्कर लगा रहे थे। लेखपाल, कानूनगो तनिक भी नहीं सुन रहे थे। इतना ही नहीं रिश्वत की मांग हो रही थी।जब कि धारा 24 की कार्यवाही पुष्टि हो चुकी थी। अंततः वह अपने मवेशियों संग तहसील में पहुंचे। कहना था कि पशुओं के अलावा कुछ है ही नहीं। जरूरी हुआ तो रिश्वत इन्हें ही देंगे।