Advertisement
7489697916 for Ad Booking
बलिया

डीआईजी ने सोमवार को भृगु नगरी में बिताया पूरा दिन, दिया पुलिसिंग मंत्र और निर्देश

-डीआईजी का वार्षिक निरीक्षण
-पुलिस लाइन के मैदान में ली परेड की सलामी भी
-थाना नगरा का वार्षिक निरीक्षण, देखा प्रपत्र रखाव
-पेंशनर कर्मियों संग की बैठक, जांचा पुलिस कार्यालय
-पुलिसकर्मियों को दिया पुलिसिंग मंत्र और निर्देश भी

बलिया : पुलिस उपमहानिरीक्षक आजमगढ़ परिक्षेत्र (डीआईजी) अखिलेश कुमार सोमवार को पूरे दिन महर्षि भृगु की नगरी बलिया में रहे। वार्षिक निरीक्षण के क्रम में कई गतिविधियों को अंजाम भी दिया। परेड की सलामी, थाने का निरीक्षण, पेंशनर संग बैठक, पुलिस लाइन कार्यालय का निरीक्षण इत्यादि शामिल रहा। डीआईजी ने पुलिस कर्मियों को पुलिसिंग के मंत्र संग निर्देश भी दिया।

28 मार्च को अखिलेश कुमार डीआईजी आजमगढ़ परिक्षेत्र, आजमगढ़ द्वारा पुलिस लाइन बलिया में परेड की सलामी ली गई तथा परेड का निरीक्षण किया गया। डीआईजी ने पुलिस लाइन (पुलिसकर्मियों के आवासीय परिसर व आरटीसी बैरक) का भ्रमण कर पुलिस लाइन के विभिन्न शाखाओं (आरआई कार्यालय, डायल 112 कार्यालय, डीसीआर, परिवहन शाखा, जीडी/गणना कार्यालय, शास्त्रागार, स्टोर, पुलिस कैंटीन, भोजनालय, ड्रोन कैमरा आदि) का वार्षिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के उपरांत डीआईजी द्वारा पुलिस लाइन सभागार में पुलिस पेंशनर्स के साथ बैठक की गई। बैठक में सेवानिवृत्त कर्मियों ने अपना दर्द रखा डीआईजी ने समाधान किया। तत्पश्चात डीआईजी ने थाना नगरा का वार्षिक निरीक्षण किया गया। जिसमें सर्वप्रथम समस्त अभिलेख अपराध रजिस्टर, आर्डर बुक(न्यायालय), जनसुनवाई रजिस्टर का निरीक्षण कर अभिलेखों को ससमय अभिलेखित करने हेतु निर्देशित किया व गैंगेस्टर, गुंडा एक्ट, में त्वरित कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया। तत्पश्चात डीआईजी ने सम्भ्रांत व्यक्तियों से मुलाकात कर उनकी समस्या/ सुझाव को सुन कर सम्बन्धित को समस्या के समाधान हेतु निर्देशित किया गया।

डीआईजी ने निरीक्षण के दौरान दिया पांच पुलिसिंग मंत्र और निर्देश

-भवन / परिसर की साफ सफाई व मरम्मत हेतु निर्देशित किया गया।
-थाने के समस्त कर्मचारियों से वार्ता की गई व पुलिसकर्मियों को बीट की कार्यप्रणाली अभिसूचना व मुखबिर तन्त्र को मजबूत रखने के सम्बन्ध में वार्ता कर दिशा निर्देश दिया गया।
-पूर्व में हुई हत्या , डकैती, लूट, नकबजनी एवं महिला संबंधी अपराधों में शामिल अपराधियों के विरूद्ध गुण्ड़ा एक्ट, गैंगेस्टर एक्ट की कार्यवाही करे।
-अभ्यस्त अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खुलवाने एवं गैंग पंजीकृत कराने की कार्यवाही की जाए ।
-ऐसे अपराधी जिन पर गैंगेस्टर की कार्यवाही हुई हो उन अपराधियों द्वारा अपराध मे अर्जित चल-अचल सम्पत्तियों को पता लगाकर कुर्की/ जप्तीकरण की कार्यवाही की जाये।

Advertisement

7489697916 for Ad Booking