-जिलाधिकारी ने कहा
-सड़क सुरक्षा समिति एवं जिला स्कूल परिवहन सुरक्षा समिति की बैठक संपन्न
-बैठक में एआरटीओ ने कहा स्कूलों में संचालित 766 वाहन, 421 ही मानक अनुरूप

बलिया : कलेक्ट्रेट सभागार में सोमवार को जनपद स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति एवं जिला स्कूल परिवहन सुरक्षा समिति की बैठक जिला अधिकारी इंद्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में हुई । बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि विद्यालयों में प्रयोग किए जाने वाले वाहनों का वर्ष में कम से कम एक बार जांच अवश्य कराई जाए। साथ ही उच्चतम न्यायालय एवं उच्च न्यायालय तथा राज्य सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुपालन हेतु विद्यालयों के परिवहन सुरक्षा समिति के कार्य संपादन का अनुश्रवण किया जाए।

जिलाधिकारी ने सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी अरुण कुमार राय को निर्देश देते हुए कहा कि जो भी वाहन मानक के अनुरूप नहीं है उनको विद्यालय परिसर में ही सीज कर दिया जाए साथ ही उनके प्रबंधकों को नोटिस दिया जाए कि वह अपने विद्यालय वाहनों का समय से फिटनेस करा कर तभी विद्यालयों में वाहन चलाएं क्योंकि यह बच्चों के जीवन का सवाल है। अनफिट वाहन ना केवल दुर्घटना को अंजाम देते हैं बल्कि बच्चों के जीवन को भी दाव पर लगाते हैं। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि जनपद में कुल 766 स्कूल वाहन संचालित हैं जिनमें से 421 वाहन मानक के अनुरूप हैं तथा 291 वाहन मानक के अनुरूप नहीं है जिनको नोटिस निर्गत की जा चुकी है। जिला सड़क सुरक्षा समिति बैठक पर चर्चा करते हुए जिलाधिकारी ने जनपद के सभी दुर्घटनाओं का नियत समय में समीक्षा करने को कहा साथ ही राज्य सड़क सुरक्षा नीति का क्रियान्वयन और अनुश्रवण करने की निर्देश दिया। कहा कि सुप्रीम कोर्ट कमिटी ऑन रोड सेफ्टी, भारत सरकार तथा राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर जारी दिशानिर्देशों का अनुपालन कराया जाए। सड़क सुरक्षा परिषद के निर्णय को जनपद में क्रियान्वित कराने के लिए कहा। कहा कि बड़ी दुर्घटना या मृतकों की संख्या अधिक होने पर मोटरयान अधिनियम के नियम 135ए के अंतर्गत फॉरेंसिक इन्वेस्टिगेशन सुनिश्चित किया जाए। जनपद में एंबुलेंस की पर्याप्त संख्या सुनिश्चित कराई जाए एवं स्थल चिन्हित करते हुए एंबुलेंस का रिस्पांस टाइम तथा अस्पतालों में पेशेंट हैड ओवर टाइम कम किया जाए। पूर्व में सड़क दुर्घटना के केस लोड का अध्ययन करते हुए विभिन्न प्रकार की एंबुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा। जिलाधिकारी ने जनपद में बड़ी दुर्घटना होने पर इमरजेंसी मेडिकल प्लांट तैयार करने के लिए भी कहा। इस बैठक में विभिन्न विद्यालयों के प्रबंधक और प्रधानाचार्य उपस्थित थे।
