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उत्तर प्रदेश देश पूर्वांचल बलिया राज्य

जनपद के सभी इलाकों में भी दिखा बंदी का अद्भुत नजारा

-बलिया बंद रहा ऐतिहासिक
-बांसडीह, रेवती, बैरिया, सिकंदरपुर, रसड़ा, बेल्थरा सहित सभी इलाकों में बंद रहीं दुकानें

बलिया : बलिया जिला मुख्यालय पर बंद की ऐतिहासिकता ने शनिवार को पूरे देश को एक संदेश दिया पर जिले के अन्य इलाके और ग्रामीण क्षेत्रों ने भी पत्रकारों का साथ देने में अपने कदम पीछे नहीं रखे। पूरे जनपद में बंद ऐतिहासिक और अविस्मरणीय रहा। लग रहा था जिले भर में पत्रकारों को सम्मान देने और संकट के दौरान गोद में लेने की मानौ प्रतिस्पर्धा जैसा माहौल था। बांसडीह, रेवती, बैरिया, मनियर, सिकंदरपुर, बेल्थरारोड, रसड़ा, नगरा, रतसड़, चितबड़ागांव सहित सभी स्थानों पर बंदी पूर्ण रूप से सफल रही।

रविशंकर पांडेय के मुताबिक बांसडीह में पेपर लीक मामले में निर्दोष फंसाए गए पत्रकारों को रिहा किए जाने व डीएम, एसपी के निलंबन की मांग को लेकर संयुक्त पत्रकार संघर्ष मोर्चा द्वारा आयोजित बलिया बंद कार्यक्रम में बांसडीह बाजार पूरी तरह बंद रहा । बांसडीह बड़ी बाजार, स्टेट बैंक रोड, कचहरी चौराहा, बांसडीह इंटर कॉलेज के सामने की दुकानें, पूरी तरह बंद रही । व्यापार मंडल बांसडीह के अध्यक्ष विजय कुमार गुल्लर व पत्रकारों, विभिन्न पार्टी के नेताओ ने पूरे बाजार में भ्रमण कर डीएम तेरी तानाशाही नही चलेगी नही चलेगी , एसपी तेरी तानाशाही नही चलेगी नही चलेगी, “फर्जी मुकदमे वापस लो,पत्रकारों को रिहा करो “के नारे के साथ भ्रमण किया। बड़ी बाजार स्थित गांधी प्रतिमा के पास एक घण्टे तक धरना भी दिया। पूर्ण बंदी को सफल कराने में ब्यपार मंडल के अध्यक्ष बिजय कुमार गुल्लर, कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष मुखिया पाण्डेय, दिग्विजय सिंह छोटू, सत्यम सिंह सन्नी, गिरीश तिवारी,रविशंकर पांडेय,सुशील ठाकुर, बिजय गुप्ता, राजेश तिवारी रिंकू, अभिषेक मिश्र, सुनील वर्मा, आदित्य कुमार गुप्ता, राजेश गुप्ता, अवनीशपटेल, मैनुद्दीन, राजेश गुप्ता, मनोज शाहू, कादिर शाह,छोटक गुप्ता, आदि थे।

ऋतुराज तिवारी”बिन्दु” के मुताबिक रेवती में भी बंदी बहुत सफल रही। उक्त प्रकरण को लेकर व्यापारियों ने संयुक्त पत्रकार मोर्चे के बलिया बन्द के आवाहन पर अपनी दुकानें, प्रतिष्ठानों को बन्द कर पत्रकारों एवं किसान आदि संगठनों के लोगों के साथ मिलकर धरना दिया। वक्ताओं ने कहा कि पेपर लीक प्रकरण को पत्रकारों द्वारा उजागर किये जाने पर बलिया जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक अपनी नाकामी छिपाने तथा अपनी गर्दन बचाने के लिए लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ निर्दोष पत्रकारों पर फर्जी मुकदमें लादकर उन्हें जेल भेज दिया। लेकिन जिलाधिकारी तथा पुलिस कप्तान को बागी बलिया के इतिहास के बारे में शायद जानकारी का अभाव है। ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों को बलिया की धरती पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के नगर अध्यक्ष विरेन्द्र गुप्ता ने कहा कि यह तो एक दिवसीय बन्दी है। जरूरत पड़ी तो निर्दोष पत्रकार बन्धुओं की रिहाई के लिए हम दो-चार दिन अपनी दुकानों को बन्द कर विरोध प्रदर्शन करेंगे। किसान नेता लक्ष्मण पाण्डेय ने कहा कि सरकार पत्रकारों को रिहा करते हुए तत्काल जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक को सस्पेंड करे। ऐसे अधिकारी लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए अभिशाप हैं। धरने के दौरान शिव जी केशरी, सुनील केशरी, जैनुद्दीन, पप्पू केशरी, शंकर पटवा, राजेश केशरी, रमेश माणिक, दहारी पाण्डेय, गुड्डु केशरी, सन्तोष सिंह, जोगिन्दर जी, बुलबुल के अलावे पत्रकार अनिल केशरी, शिवसागर पाण्डेय, महेश कुमार आदि रहे। संचालन वरिष्ठ पत्रकार राम प्रताप तिवारी ने किया।

बृजेश दुबे के मुताबिक गड़वार बाजार भी पूरी तरह बंद रहा। शनिवार को गड़वार बाजार में सुबह से ही सभी दुकानें पूरी तरह से बंद रहीं। दुकानदारों ने बंदी को सफल बनाने में पूरा सहयोग दिया। इस दौरान व्यापार मंडल के अध्यक्ष आनन्द प्रकाश सिंह, प्रधान संघ के ब्लॉक अध्यक्ष अनिल यादव, प्रधान प्रतिनिधि दीपक कन्नौजिया, देवेंद्र गुप्ता, अजय सोनी, रवि गुप्ता, जयराम वर्मा, राजू दुबे आदि पदाधिकारियों व पत्रकारों ने बाजार में जुलुस निकाल कर जिला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया ।बैठक कर पत्रकारों की रिहाई की तत्काल मांग की ।
इसी क्रम में शहर के बाकी हिस्सों में भी व्यापक बंदी करा पत्रकारों ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को अपनी ताकत का आभास कराया।

सुधीर सिंह के मुताबिक बैरिया में संयुक्त पत्रकार संघर्ष मोर्चा के बलिया बंद के आह्वान पर बैरिया तहसील क्षेत्र में अभूतपूर्व बंदी देखने को मिली। इलाके के रानीगंज, बैरिया, मधुबनी, लालगंज, रामगढ़, दोकटी व सीवन टोला आदि बाजारों की सभी दुकाने दोपहर तक पूरी तरह से बंद रही। इस बंद को पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह, सपा विधायक जयप्रकाश अंचल, उद्योग व्यापार मंडल रानीगंज बाजार, पूर्व सैनिक संगठन बैरिया, छात्र संगठन व कांग्रेस तथा बहुजन समाज पार्टी के नेताओं ने भी अपना समर्थन दिया। बैरिया के पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह अपने सैकड़ो कार्यकर्ताओं के साथ पत्रकारों के सुर में सुर मिलाते हुए प्रशासन मुर्दाबाद का नारा लगाते हुए बैरिया बाजार में पैदल मार्च किए और दुकानदारों से इस बंदी को सफल बनाने का आग्रह किया। इसी क्रम में सुरेंद्र सिंह ने पत्रकारों और अपने कार्यकर्ताओं के साथ डाक बंगला में बैठक कर मंगलवार को बैरिया से अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ पत्रकारों के समर्थन में पहले नगवां जाकर मंगल पांडेय की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर जिला मुख्यालय पर पहुंचकर पत्रकारों के चल रहे धरना में सम्मलित होंगे। पत्रकारों के समर्थन में जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक के बुद्धि शुद्धि के लिए यज्ञ करने की घोषणा की तथा कहा पत्रकारों के लिए किसी भी हद तक जाने को मैं तैयार हूं। प्रशासन पत्रकारों को नहीं बख्स रहा है तो आम लोगों की क्या बिसात है। यह देश लोकतांत्रिक मूल्यों पर चलता है यहां पर किसी को मनमानी करने की छूट नहीं दी जा सकती। बंद के क्रम में बैरिया के पत्रकारों ने जेल में बंद तीनों पत्रकारों को तत्काल रिहा करने, डीएम और एसपी को निलंबित करने और दर्ज मुकदमे वापस लेने तथा मामले की उच्चस्तरीय जांच करने की मांग दोहराई। बंदी को सफल बनाने में पत्रकार ग्रापए के अध्यक्ष सुधीर सिंह,रविंद्र सिंह वीरेंद्र मिश्र सुधाकर शर्मा विश्वनाथ तिवारी सत्येंद्र पांडे सुनील पांडे,मनोज तिवारी, विद्याभूषण चौबे अखिलेश पाठक आदि लोग रहे। बैरिया क्षेत्र के बाजारों की बंदी सफल होने पर ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन बैरिया इकाई के अध्यक्ष सुधीर सिंह ने सभी व्यापारियों, राजनीतिक दलों, जनप्रतिनिधियों, छात्र संगठनों एवं समाजसेवियों के प्रति आभार व्यक्त किया।

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