शशिकांत ओझा
बलिया : जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय में शनिवार को नैक के नये मानकों को प्राध्यापकों को बताने के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता ने इस कार्यशाला में अध्यक्षीय व्यक्तव्य देते हुए कहा कि हमें नैक के नए मानकों की पूरी समझ होनी चाहिए। हम तभी नैक में अच्छा प्रदर्शन कर सकेंगे, जब हम नए मानकों के आधार पर पूरी तैयारी के साथ विवि के उपलब्धियों की बेहतर प्रस्तुति दें। नैक के नए मानकों में सबको शिक्षा, अच्छी शिक्षा एवं भारतीय ज्ञान परंपरा पर बल दिया गया है।
हमें विवि की शिक्षा व्यवस्था को उक्त के अनुरूप बनाना होगा। नैक के नए मानकों की बेहतर समझ के लिए विवि से डाॅ. अजय चौबे, डाॅ. संजीव कुमार एवं डाॅ. नीरज कुमार सिंह ने लखनऊ में उत्तर क्षेत्र के विश्वविद्यालयों को नैक पर प्रशिक्षण के लिए आयोजित एक विशेष कार्यशाला में प्रतिभाग किया। डाॅ. नीरज ने बताया कि नैक के पुराने मॉडल में 7 क्राइटेरिया थे, अब उनकी जगह 10 एट्रिब्यूट हो गए हैं। पहले इनपुट पर बल दिया जाता था, अब आउटपुट पर बल दिया जा रहा है।
डाॅ. संजीव कुमार ने बताया कि नए मॉडल में विवि की उपलब्धियों की लिखित प्रस्तुति कम कर दी गयी है और अब प्रमाण पर ज्यादा बल दिया जा रहा है। अब प्रत्येक वर्ष प्रगति विवरण भरना होगा। डाॅ. अजय कुमार चौबे ने बताया कि आंकड़े कम किंतु महत्त्वपूर्ण होने चाहिए। एक राष्ट्र एक आंकड़े होने चाहिए। नैक के नए रूप में गुणवत्ता पर विशेष बल दिया गया है। इस अवसर पर डाॅ. पुष्पा मिश्रा, डाॅ. प्रियंका सिंह तथा परिसर के प्राध्यापक उपस्थित रहे।