
-अपराधिक वारदात
-दो गुटों में वर्चस्व की लड़ाई का निकला ऐसा नृशंस परिणाम

शशिकांत ओझा
बलिया : दो गुटों के वर्चस्व की लड़ाई में शनिवार सुबह बदमाशों की मारपीट के दौरान जान बचाकर भाग रहे युवक की बांसडीह कोतवाली के मुख्य द्वार के सामने धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी गई। वहीं कस्बे के ही एक अन्य युवक शुभम को भी टांगी से वार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया गया। मृतक की पहचान रोहित पांडेय पुत्र दीपनारायण पांडेय के रूप में हुई। वह सिर पर चापड़ और गड़ासा के गंभीर प्रहार से घायल हो गया।

घटना के बाद बांसडीह कोतवाली के सामने बाजार में हड़कंप मच गया। लोग इधर उधर भागने लगे। बवाल देख कोतवाली से पुलिसकर्मी भी मौके पर पंहुचे। लेकिन तब तक हमलावर वहां से भाग निकले थे। मौके पर घायल युवक व बिखरे खुन को देख कर हतप्रभ पुलिसकर्मियों ने कोतवाल संजय सिंह को इसकी सूचना दी। जिसके बाद मौके पर पंहुचे कोतवाल ने घायल को सीएचसी बांसडीह भेजा। जहां से उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल भेज दिया गया। जहां पंहुचने से पहले ही युवक की रास्ते मे ही मौत हो गयी।

घटना के बाद इसकी खबर जैसे ही कस्बे में फैली बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर एकत्र होने लगे। इसके बाद जैसे ही युवक की मौत की खबर वहां पहुचीं लोगों में आक्रोश फैल गया। हालात को देखते हुए मौके पर सहतवार, रेवती, बांसडीहरोड, सुखपुरा, सिकंदरपुर समेत कई थानों की फोर्स बुला दी गयी। कोतवाल ने इसकी सूचना अपने उच्चाधिकारियों को दी। इसके बाद पुलिस कप्तान देवरंजन वर्मा, एडिशनल एसपी दुर्गा प्रसाद तिवारी, क्षेत्राधिकारी प्रभात कुमार समेत सभी मौके पर पंहुचे। घटनास्थल की जांच कर संबंधित पुलिस अधिकारियों से घटना की जानकारी ली। घटनास्थल पर इस घटना को लेकर कुछ लोगों द्वारा स्थानीय सिपाहियों द्वारा हमलावरों से मिलीभगत रखने का आरोप लगाया। जिसके बाद मामले में पुलिस कप्तान ने बताया कि घटना के संबंध में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। घटना करने वाले युवकों की पहचान उजागर हो चुकी है। इनकी गिरफ्तारी के लिये तत्काल सीओ बांसडीह के नेतृत्व में टीम बनाकर गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहें हैं। मामले में दोषी पाये जाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई की रूपरेखा बनाई जा रही है।

माता पिता का इकलौता पुत्र था रोहित
बांसडीह कोतवाली के सामने जिस युवक की निर्ममता से हत्या हुई वह अपने मां बाप का इकलौता पुत्र था। उसकी एक बड़ी बहन है जिसकी शादी हो चुकी है। ऐसे में इस घटना के बाद उसके परिवार में बिल्कुल अंधेरा छा गया है। घटना के बाद पूरा परिवार शोकाकुल होकर स्तब्ध है। सुबह सात बजे हंसते खेलते घर से निकले रोहित के मौत की खबर दस बजे घर तक पहुचीं तो दरवाजे पर भीड़ एकत्र होने लगी। इस दौरान तक घरवालों को इसकी जानकारी नही थी। लेकिन इस अनहोनी की आहट जैसे ही उन्हें मिली पूरा घर पीड़ा भरी चीत्कार से गूंज उठा।
कोतवाली तिराहे से बांसडीह चौराहे तक सभी दुकानें बंद
क्षेत्राधिकारी के नेतृत्व में सुरक्षा की दृष्टि से कोतवाली तिराहे से बाँसडीह चौराहे की समस्त दुकानों को बंद करा दिया गया। मामले को लेकर पुलिस पूरी तरह सतर्कता के मूड में दिख रही थी।