
-पुण्यतिथि विशेष
-गांव के प्रधान से शुरू राजनीतिक जीवन ब्लाक प्रमुख होते हुए प्रदेश सरकार के मंत्री तक गया
-शिवपुर इंटर कालेज में अध्यापक और नगवां इंटर कालेज के प्रधानाचार्य तक दी सेवा

शशिकांत ओझा
बलिया : ग्राम पंचायत के प्रधान पद से राजनीतिक जीवन की शुरुआत कर ब्लाक प्रमुख पद को सुशोभित करते हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा में जाने और वहां कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी का निर्वहन करने वाले पंडित विक्रमादित्य पांडेय ने अपना पूरा जीवन सादा जीवन उच्च विचार को परिभाषित किया। इंटर कालेज के अध्यापक पद से शुरुआत कर इंटर कालेज के प्रधानाचार्य पद को संभाल पंडित जी ने समाज को बेहतर भी बनाया। 14 जनवरी 2007 को उनका निधन हुआ। पंडित जी की पुण्यतिथि पर पूरा जनपद श्रद्धासुमन अर्पित करता है।
पंडित विक्रमादित्य पांडेय का जन्म बसुधरपाह गांव में एक जुलाई 1945 को हुआ था। उनके पिताजी स्व. जगन्नाथ पांडेय और माता समरातो देवी थीं। पंडित जी की प्राथमिक शिक्षा गांव के सटे पुरास में तथा मैट्रिक बसरिकापुर से और इन्टर की शिक्षा दुबहड़ से हुई। टाउन डिग्री कॉलेज से बीकॉम की डिग्री तथा गोरखपुर विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर किया। सबसे शिवपुर इंटर कॉलेज में अध्यापक की नौकरी किए, उसके बाद नगवा इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य नियुक्त किए। पंडित जी का राजनीतिक जीवन सर्वप्रथम 1965-66 में ग्राम प्रधान पद से हुआ। उसके उपरांत 1972 में बेलहरी ब्लॉक के लगातार तीन बार प्रमुख रहे। 1984-85 में पहली बार बलिया विधानसभा के विधायक बने तथा लगातार तीन बार विधायक रहे। 1989 में पहली बार उत्तर प्रदेश सरकार में नगर विकास मंत्री बने। 2002 में पहली बार विधान परिषद के सदस्य चुने गए। अपने कुशल राजनीति तथा साफ सुथरी छवि के चलते पंडित जी मुलायम सिंह यादव के अति करीबी भी रहे। 14 जनवरी 2007 को लखनऊ में दिल का दौड़ा पड़ने के कारण उनका उनका स्वर्गवास हो गया। बतौर मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने बलिया आकर के उन्हें कंधा देकर अंतिम विदाई दी। 14 जनवरी को पंडित जी की पुण्यतिथि पर उन्हें शत-शत नमन।