-बोले पोस्टमास्टर जनरल
-विभाग के “दर्पण 2.0” अभियान के तहत बलिया के 307 शाखा डाकघर हुए हाईटेक
-कहा डाक सेवाओं हेतु ग्रामीणों खासकर महिलाओं को न आना पड़े कस्बा या शहर
शशिकांत ओझा
बलिया : डाक विभाग अब गाँवों में स्थित शाखा डाकघरों को और भी हाईटेक करते हुए विकसित भारत के निर्माण में अहम भूमिका निभा रहा है। भारत सरकार की डिजिटल एडवांसमेंट ऑफ रूरल पोस्ट ऑफिस फॉर ए न्यू इंडिया 2.0 (दर्पण) योजना के तहत शाखा डाकघरों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत ब्रांच पोस्टमास्टर्स को एंड्रायड बेस्ड स्मार्ट फोन दिए गए हैं, ताकि डाकघर के काम को और भी सुगमता, सरलता और तत्परता से किये जा सके। यह एंड्रायड बेस्ड स्मार्ट फोन ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) से लैस हैं जो इस्तेमाल करने वाले ग्रामीण डाक सेवक की सटीक लोकेशन रियल टाइम में सेंट्रल सर्वर को देगा। उक्त बातें बलिया के दौरे पर आए वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने कहीं।
कहा डाक अधिकारियों के साथ बैठक करके उन्होंने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिये कि गाँव के लोगों को डाक सेवाओं हेतु क़स्बों या शहर तक न आना पड़े। पोस्टमास्टर जनरल ने कहा कि दर्पण 2.0 के तहत बलिया के गाँवों में स्थित 307 शाखा डाकघरों को हाइटेक बनाया गया है। सभी शाखा डाकघरों के ग्रामीण डाक सेवकों को मिशन कर्मयोगी के तहत ऑनलाइन एवं ऑफलाइन ट्रेनिंग भी दी गई है ताकि सभी कर्मचारीगण इस आधुनिक माहौल में प्रभावकारी तरीके से कार्य कर सकें।
इसका उद्देश्य ग्रामीण स्तर पर विभाग के सबसे महत्वपूर्ण अंग ग्रामीण डाक सेवकों को तकनीकी सुविधाओं से लैस कर ग्रामीण भारत में नवीन टेक्नोलॉजी के माध्यम से आमजन की सुविधाओं में बढ़ोतरी करना है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “डिजिटल इण्डिया” मिशन को भी पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
इस अवसर पर डाक अधीक्षक हेमंत कुमार, सहायक निदेशक आरके चौहान, सहायक अधीक्षक संकठा प्रसाद राय, श्यामा चरण मिश्रा, उपमंडलीय निरीक्षक अंगद कुमार यादव, प्रवीण कुमार, सतीश यादव, दिलीप पाण्डेय, अनिकेत रंजन, पोस्टमास्टर बलिया प्रधान डाकघर अब्दुल कलाम, सहित तमाम अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।