-दिखाई ताकत
-जिलाधिकारी के प्रतिनिधि को दिया चार सूत्री मांग पत्र
-मांगें पूरी नहीं होने पर 11 व 12 को लखनऊ प्रदर्शन की चेतावनी
शशिकांत ओझा
बलिया : उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के प्रांतीय नेतृत्व के निर्देश पर जिले के शिक्षामित्रों ने अपनी समस्याओं को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में सोमवार को प्रदर्शन किया। इसके बाद चार सूत्री मांग पत्र जिलाधिकारी के प्रतिनिधि को दिया। शिक्षामित्रों ने चेतावनी दी कि उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वे 11 व 12 जनवरी को लखनऊ में प्रदर्शन करेंगे।
संघ के जिलाध्यक्ष पंकज सिंह ने कहा कि प्रदेश के प्राइमरी स्कूलों में शिक्षामित्र पिछले 22 वर्षों से शिक्षण कार्य कर रहे हैं। अधिकांश लगभग 50 वर्ष की उम्र पार कर चुके हैं। उनकी पारिवारिक जिम्मेदारियां बढ़ गयी हैं। बच्चे उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। किसी किसी के बेटे-बेटियां विवाह के योग्य हो गई हैं। वर्तमान समय में शिक्षामित्रों को प्रतिमाह मात्र 10 हजार मानदेय, वह भी केवल 11 माह का मिलता है। यह मेहनताना इस मंहगाई के दौर में घर खर्च के लिए भी कम पड़ रहा है। ऐसे में बच्चों के पढ़ाई, शादी-विवाह कैसे करें और बूढ़े-मां बाप इलाज का खर्च कहां से लाएं। इन्हीं मानसिक अवसाद के कारण प्रतिवर्ष कई शिक्षामित्र असामयिक मृत्यु के आगोश में जा रहे हैं। श्री सिंह ने मांग की कि शिक्षा मित्रों को नियमावली में संशोधन करके पुनः समायोजित/नियमित किया जाय। नई शिक्षा नीति में शिक्षा मित्रों को भी शामिल करते हुए उनका भविष्य सुरक्षित किया जाय।
नियमितीकरण/समायोजन प्रक्रिया पूर्ण होने तक शिक्षा मित्रों को 12 माह, 62 वर्ष तक जीवनयापन लायक वेतन दिया जाय। मृत शिक्षा मित्रों के परिजनों को अहेतुक सहायता राशि व उनके आश्रित को जीवकोपार्जन के लिए अनुकंपा नियुक्ति प्रदान की जाय। प्रदेश के टीईटी पास शिक्षा मित्रों को नियमावली में शिथिलता देते हुए सीधे सहायक अध्यापक पद पर तत्काल नियमित किया जाय। चेतावनी दी कि मांगें नहीं मानी गई तो प्रदेश के शिक्षामित्र 11 व 12 जनवरी को लखनऊ में धरना प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान निर्भय नारायण राय, राकेश पाण्डेय, अखिलेश पाण्डेय, दिलीप प्रसाद,शिव कुमार सिंह , अमृत सिंह, संजीव कुमार सिंह, अमित चेला मिश्र, मनीष सिंह आदि मौजूद रहे। अध्यक्षता मनोज कुमार यादव व संचालन श्याम नन्दन मिश्र मंटू ने किया।