
-प्राथमिक विद्यालय अमृतपाली
-बच्चों ने पक्षियों के लिए बनाया उनका घर (घोसला) ताकि समाज हो जागरूक
-राज्यपाल पुरस्कार प्राप्त प्रधानाध्यापिका प्रतिमा उपाध्याय की प्रेरणा कर रही कमाल



शशिकांत ओझा
बलिया : शिक्षा को मिशन की जगह प्रोफेशन के रुप में प्रयोग कर रहे निजी स्कूल प्रबंधन बच्चों को बेहतर बनाने के प्रयास को कर तो कम रहे हैं पर उसका प्रदर्शन अधिक कर रहे हैं। मगर शिक्षा को मिशन मानकर आज भी चल रहे सरकारी स्कूलों में ऐसा प्रयास कुछ बेहतरीन संदेश देता है।


नगर में स्थित शिक्षा क्षेत्र दुबहड़ के प्राथमिक विद्यालय अमृतपाली में बच्चों ने सोमवार को समाज के लिए एक बहुत ही बेहतरीन संदेश दिया। बच्चों ने पक्षियों और प्रकृति की रक्षा के लिए उनका घोसला (घर) का निर्माण किया। बच्घों के घोसला निर्माण को देख सभी मंत्र मुग्ध हो गए। विद्यालय की प्रधानाध्यापिका राज्यपाल पुरस्कार प्राप्त शिक्षिका प्रतिमा उपाध्याय पीहू ने बच्चों को प्रेरणा तथा संरक्षण और सहयोग किया। प्राथमिक विद्यालय के बच्चों की सोच और श्रम को देख सभी ने उनको धन्यवाद दिया। बच्चों के निर्मित घोसला से जहां समाज को प्रकृति संरक्षण का एक बेहतर संदेश मिले।


