-एक और उपलब्धि
-बीएचयू के कुलाधिपति, इलाहाबाद हाइकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश गिरिधर मालवीय ने किया लोकार्पण
शशिकांत ओझा
बलिया : अपने बहुमुखी प्रतिभा की धनी गिनीज़ रिकॉर्ड धारी एवं लेखिका बलिया निवासी डॉ० नेहा सिंह द्वारा गौ-माता के महत्व के विषय में वर्णित पुस्तक “अमृतधेनु” का विमोचन सोमवार को प्रयागराज में बीएचयू के कुलाधिपति, इलाहाबाद हाइकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश गिरिधर मालवीय के कर कमलों द्वारा किया गया।
कुलाधिपति गिरिधर मालवीय ने पुस्तक का विमोचन कर कहा गौमाता के विषय पर इतनी प्रभावशाली बिन्दुओं को एक किताब में लिखना यह नेहा सिंह द्वारा बहुत ही अच्छा प्रयास किया गया है। जहाँ गौ-माता का सम्मान है वहाँ सब कुछ है। मुझे प्रसन्नता है कि नेहा सिंह ने “अमृतधेनु” लिखा है, मैं उन्हें ढ़ेरों बधाई देता हूँ। मेरी शुभकामना है की नेहा ऐसे ही आगे बढ़ती रहे और ऐसे ही काम करती रहे जिससे समाज में सबका भला होता रहे। नेहा सिंह वैदिक विज्ञान केन्द्र, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की मेधावी छात्रा भी है और काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के 105 साल के इतिहास में ये पहली विद्यार्थी है जो अध्यनरत अपना नाम गिनीज रिकॉर्ड में दर्ज किया।
नेहा सिंह कहती हैं कि वैदिक विज्ञान केंद्र के समन्वयक प्रो उपेन्द्र कुमार त्रिपाठी (गुरुजी) निरंतर उनके कार्यों का मार्गदशन एवं प्रोत्साहन करते रहते हैं। नेहा सिंह भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए अनेकों कार्य कर रहीं हैं | वैदिक विषयों के ऊपर चित्रण कर सनातन धर्म के प्रचार प्रसार में अग्रसर हैं। नेहा सिंह कला में स्नातक व स्नातकोत्तर करने के पश्चात वैदिक विज्ञान में शोध कर रही है। वेद, उपनिषद्, भगवद्गीता आदि ग्रंथों पर निरंतर अपने स्वतंत्र शोध से युवा पीढ़ी को हर समस्याओं से निपटकर निरंतर जीवन के हर क्षेत्र में सफल होने के लिए प्रेरित कर रही है।
अमृतधेनु के अतिरिक्त इन किताबों को भी लिखा है नेहा ने
भारतीय संस्कृति पर आधारित नेहा सिंह द्वारा अमृतधेनु पुस्तक के अतिरिक्त राम नाम शास्त्र है, वैदिक विज्ञान-सरल परिचय, जीवन दर्शन गीता, दशोपनिषद, 151 उपनिषदों का संक्षिप्त परिचय, पंच तत्व एवं महावाक्य व आत्म गीतिका जैसे सात किताबों का लेखन किया गया है।
गिनीज रिकॉर्ड सहित पांच रिकॉर्ड हैं दर्ज नेहा के नाम
-2020 में खराब मसालों से 62.72 वर्ग मीटर में श्रीमद्भागवत गीता पर आधारित “मोक्ष का पेड़” नामक दुनिया का सबसे बड़ा पेंटिंग बनाकर जिनीयस वर्ल्ड रिकार्ड दर्ज किया
-2020 में “उपनिषद एवं महाकाव्यों” पर आधारित पेंटिंग के 12×18 इंच में विश्व का पहला डिजिटल एल्बम बनाकर इंडियन बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज किया
-2019 में “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” मुहीम के अंतर्गत स्कूल के बच्चियों के साथ 6824 सेल्फी खींचकर “हिमालयन बुक ऑफ़ रिकार्ड्स” में अपना नाम दर्ज किया
-2018 में 449 फीट कपड़े पर 38417 उंगलियों के निशान से “हनुमान चालीसा” लिख कर रिकॉर्ड अपने दर्ज किया
-2017 में 6 लाख मोतियों से 10×11 फुट का “भारत का नक्शा” बनाकर ” वर्ल्ड रिकॉर्ड आफ इंडिया में अपना नाम दर्ज किया। जिसमें भारत के सभी राज्यों को अलग अलग रंग के मोतियों से प्रदर्शित किया था।