
-सीबीएसई परीक्षा परिणाम
-हाईस्कूल और इंटरमीडिएट दोनों में विद्यालय की छात्राएं ही बनीं टापर
शशिकांत ओझा
बलिया : सीबीएसई का परीक्षा परिणाम मंगलवार को घोषित हुआ। परिणाम घोषित होते ही आरके मिशन स्कूल सागरपाली के छात्र खुशी से झूम उठे। विद्यालय के प्रबंधक हर्ष श्रीवास्तव ने छात्रों को बधाई और शुभकामनाएं देते उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
आरके मिशन स्कूल का परीक्षा परिणाम बहुत ही बेहतर रहा। 10वीं के छात्रों ने सफलता की होड़ में अपना परचम लहराया। छात्रा समृद्धि सिंह 95.5% अंक प्राप्त कर सफलता हासिल की, वही आकाश चतुर्वेदी 95%, सुशांत पाठक 94% ,सलोनी सिंह 93% एवं वंशिका परिहार 92% अंकों के साथ उत्तीर्ण हुई। यह विद्यालय एवं छात्र-छात्राओं द्वारा निरंतर किए गए कठिन परिश्रम का परिणाम है। छात्रों की सफलता देख शिक्षक संतोष सिंह, सुनीता ज्योति, प्रशांत मौर्य, राकेश चौबे एवं राजीव सिंह के खुशी का ठिकाना नहीं रहा। इसी तरह 12वीं के छात्रों ने भी शत प्रतिशत परिणाम अर्जित किया। विद्यालय की होनहार छात्रा दिव्यांशी मिश्रा ने 94 % अंक प्राप्त कर सभी शिक्षक शिक्षकों को गौरवान्वित किया। दूसरी तरफ सत्यम सिंह 91% सुमेधा सिंह 91% एवं कृष्ण मोहन ने 90% अंक के साथ विद्यालय की खुशी में चार चांद लगा दिया। सफलता इन छात्र छात्राओं की कड़ी मेहनत के साथ-साथ उनके सोच, व्यवहार व निरंतर प्रयास का परिणाम है। विद्यालय के सभी अव्वल छात्र विज्ञान वर्ग के थे इसलिए विज्ञान वर्ग के शिक्षक छात्रों के साथ स्वयं को भी गौरवान्वित महसूस कर रहे थे। विज्ञान वर्ग के शिक्षक राकेश शर्मा ,धर्मेंद्र वर्मा, नईम अंसारी, आफताब अंसारी,और क्षितिज श्रीवास्तव के खुशी का ठिकाना नहीं रहा। शिक्षकों ने छात्रों को प्रति अपना वक्तव्य देते हुए कहा कि सफलता की पूंजी छात्र और शिक्षक दोनों की मेहनत ,समय प्रबंधन और आत्मविश्वास में छुपी होती है। विज्ञान वर्ग के साथ साहित्य के सितारे भी खूब चमके। विद्यालय के प्रधानाचार्य प्रदीप सिंह ने छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि अच्छे अंकों के साथ सफल होना अपने आप में बहुत ही बड़ी बात है। आगे जीवन के विभिन्न क्षेत्र में भी सबको उत्कृष्टता प्राप्त करना है। विद्यालय के प्रबंधक हर्ष श्रीवास्तव में सभी छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि निरंतर प्रयास करना ही सफलता की सर्वश्रेष्ठ कुंजी है ।छात्र एवं शिक्षक -शिक्षिका अपने इस लक्ष्य के प्रति लगातार समर्पित रहे हैं जिसका परिणाम आज सफलता के रूप में परिलक्षित हुआ है।