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उत्तर प्रदेश देश पूर्वांचल बलिया राज्य

कटानरोधी पांच परियोजनाओं का नजदीक से निरीक्षण, अभियंताओं को किया अलर्ट

-राज्यसभा सांसद का दौरा

-रामगढ़ से दुबे छपरा तक चल रहे कार्यों को अनुयायियों संग जाकर देखा

बलिया : जिले को बाढ़ से और बलिया नगर को जलभराव से मुक्त कराना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता में है। जनप्रतिनिधि भी इसके लिए पूरे मनोयोग से जुटे हैं। बाढ और कटान से तथा जलनिकासी के लिए हो रहे कार्यों का निरीक्षण कर अधिकारियों को निर्देश दिये जा रहे हैं। इसी क्रम में राज्यसभा सांसद नीरज शेखर ने शनिवार की शाम रामगढ़ से लेकर दुबे छपरा तक चल रहे कटान रोधी पांचों परियोजनाओं का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान राज्यसभा सांसद ने विभाग के एसडीओ मोहित गुप्ता से अब तक कराए गए कार्यों के बारे में जानकारी हासिल की। पूछा कि मानसून सक्रिय हो गया है, ऐसे में काम अभी 50% ही पूर्ण हो पाया है। यदि बाढ़ आती है तो आप कैसे निपटेंगे। इस पर बाढ़ विभाग के अधिकारियों ने बताया कि निचले स्तर के तीन से चार लेयर का प्लेटफार्म हर जगह तैयार हो गए हैं। यदि गंगा का जलस्तर बढ़ता भी है तो ऊपर का काम आसानी से पूरा कर लिया जाएगा। कोई दिक्कत नहीं है। प्राथमिकता के आधार पर राष्ट्रीय राजमार्ग 31 व गांव को बचाया जाएगा। 

बता दें कि करीब ₹55 करोड़ की लागत से रामगढ़ से लेकर दुबे छपरा तक कटान रोधी कार्य चल रहा है। विभाग की माने तो कही 70% तो कहीं 60% तक कार्य पूर्ण हो चुका है। ग्रामीणों का आरोप था कि सबसे खराब स्थिति सुघर छपरा व दुबे छपरा की है, जहां संसाधन के अभाव में काम बंद पड़े हैं। राज्यसभा सांसद ने बाढ़ विभाग के अधिकारियों से कहा कि संसाधन व मजदूर बढ़ाया जाए। समय का पूरा ख्याल रखा जाए। गंगा नदी का जलस्तर कभी भी बढ़ना शुरू हो सकता है, मानसून सक्रिय है। अगर मानक में कहीं कोताही बरतने की शिकायत मिली तो इसकी शिकायत सीधे मुख्यमंत्री से की जाएगी। लापरवाह अधिकारी बख्शे नहीं जाएंगे। यह मुख्यमंत्री जी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इस मौके पर बाढ़ विभाग के सहायक अभियंता मोहित गुप्ता, अवर अभियंता प्रशांत कुमार, जावेद अहमद, अरविंद सिंह सेंगर आदि मौजूद रहे।

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