Advertisement
7489697916 for Ad Booking
अन्य उत्तर प्रदेश बलिया

श्रीमद्भागवत कथा श्रवण से ही प्राप्त होते धर्म अर्थ काम और मोक्ष

-भागवत कथा ज्ञान यज्ञ
-सागरपाली गांव में पारसनाथ पांडेय के आवास पर प्रारंभ हुई कथा
-कथाव्यास डा. श्रीप्रकाश मिश्र के श्रीमुख से लोगों ने सुनी पावन कथा

Advertisement
7489697916 for Ad Booking

बलिया : सागरपाली गांव मे पारसनाथ पाण्डेय के आवास पर श्रीमद्भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ की शुरुआत हुई। प्रथम दिवस पर श्रद्धालुओं को कथा का रसपान कराते हुये कथाव्यास डाक्टर श्रीप्रकाश मिश्र जी ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा अनादिकाल से है इसके श्रवण से चारों पुरुषार्थों ( धर्म अर्थ काम मोक्ष ) की प्राप्ति हो जाती है । कारण यह कोई साधारण पुस्तक नहीं है।
कहा कि जब भगवान श्रीकृष्ण इस धराधाम को छोडकर गोलोक वासी होने को चले तो उद्धव जी ने श्रीकृष्ण से पूछा कि प्रभु आप अपने भक्तों का कार्य पूर्ण करके जा रहे हैं आने वाले जो भक्त होंगे उनका उद्धार कैसे होगा।

तब भगवान श्रीकृष्ण के शरीर में से एक तेज निकला जो भागवत में समा गया इसीलिए इनको भागवत भगवान कहते है़ । इस कथा को सबसे पहले श्रीमन्नारायण ने ब़ह्माजी को सुनाई थी ब्रम्हाजी जी ने नारद जी को नारद जी ने व्यास जी को ।चतु:श्लोकी भागवत दिया व्यास जी ने चार श्लोकों के आधार पर अठ्ठारह हजार श्लोकों की रचना करके अपने अवधूत पुत्र श्री शुकदेव जी को पढाया। श्रीशुकदेव जी ने जब राजा परिक्षित को श्राप लगा कि आजके सातवें दिन तक्षक नाग के डंसने से मृत्यु हो जायेगी यह सुनकर राजा के पास जाकर श्रीमद्भागवत महापुराण कथा सुनाकर सप्ताहांत मुक्ति दिलाई थी ।इस कथा के रसपान से सारी मनोकामनायें पूर्ण होकर अंतमे वैकुंठ लोक की प्राप्ति कराता है।

Advertisement
7489697916 for Ad Booking