

-प्रादेशिक क्रीड़ा प्रतियोगिता
-जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने बतौर अतिथि किया शुभारंभ
-सनबीम स्कूल के निदेशक डा. अरुण सिंह “गामा” ने किया अतिथियों का सम्मान



शशिकांत ओझा
बलिया : अपनी विद्वता का परिचय देने वाले विद्यार्थियों हेतु जिले में पहली बार राज्य स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता का शुभारंभ सनबीम स्कूल के परिसर में बुधवार को हुआ। तीन दिनों तक चलने वाले इस प्रतियोगिता का शुभारंभ जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने तुलसी वेदी पर दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस दौरान विशिष्ठ अतिथि के रूप में बीएसए मनीष सिंह, की मौजूदगी रही।



उद्घाटन समारोह में सनबीम स्कूल के निदेशक डा. कुंवर अरुण सिंह तथा प्रधानाचार्या डा. अर्पिता सिंह ने कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों का पुष्प गुच्छ एवं स्मृतिचिन्ह भेंट कर स्वागत किया। जिलाधिकारी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी खिलाड़ियों एवं विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि यदि शिक्षा जीवन को उच्चता देती है तो खेल जीवन को अनुशासित करता है। खेल वह मध्यम है जिससे शारीरिक एवम मानसिक दोनों विकास होता है। शतरंज का महत्व समझाते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि शतरंज वह खेल है जिससे हमारी सोचने समझने की शक्ति बढ़ती है। स्मरण शक्ति तेज होती है, मस्तिष्क स्थिर रहता है तथा समस्या समाधान की शक्ति विकसित होती है। अतः सभी को निरंतर शतरंज का खेल खेलते रहना चाहिए।



कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया गया। विद्यालय की बालिकाओं ने अपने दीवा नृत्य की प्रस्तुति की। इसी नृत्य पर अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता एएफएस में द्वितीय स्थान उन्होंने प्राप्त किया था। इस कार्यक्रम में उन बालिकाओं को बीएसए मनीष सिंह ने सम्मानित किया। राज्यस्तरीय प्रतियोगिता अंडर 15 बालक और बालिका वर्ग तथा ओपन बालक और बालिका वर्ग में आयोजित होगा। जिसमें पूरे उत्तर प्रदेश से लगभग 200 खिलाड़ी प्रतिभाग कृ रहे हैं। प्रतियोगिता में ऑर्बिटर के रूप में लखनऊ के इंटरनेशल ऑर्बिटर हेमंत शर्मा, लखनऊ के फेडरेशन ऑर्बिटर आनंद सिंह, रायबरेली के आदित्य कुमार दुबे तथा ओंकार सिंह अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उद्घाटन समारोह में सनबीम स्कूल के सभी खेल अध्यापक जिला शतरंज एसोसिएशन के पदाधिकारी मौजूद रहे। एसोसिएशन के सचिव उमेश सिंह ने सभी का आभार जताया।