-स्वास्थ्य विभाग की पहल
-फाइलेरिया प्रभावित अंगों की देखभाल के प्रति किया जागरूक
-सहयोगी संस्थाओं ने निभाई अपनी महत्वपूर्ण भूमिका
शशिकांत ओझा
बलिया : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बसन्तपुर (हनुमानगंज) पर गुरुवार को संयुक्त निदेशक मंडल आजमगढ़ डा. दिवाकर सिंह के नेतृत्व में विभाग ने कैम्प आयोजित कर 67 फाइलेरिया रोगियों को फाइलेरिया प्रभावित अंगो की रुग्णता प्रबंधन का प्रशिक्षण देने के साथ ही उन्हें एमएमडीपी किट प्रदान किया। इस कार्यक्रम में सहयोगी संस्थाओं की भूमिका महत्वपूर्ण रही।
प्रशिक्षण में वेक्टर बोर्न के नोडल अधिकारी डॉ अभिषेक मिश्रा ने कहा कि फाइलेरिया मच्छर जनित रोग है। यह मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होता है। इसे लिम्फोडिमा (हाथी पांव) भी कहा जाता है। यह न सिर्फ व्यक्ति को दिव्यांग बना देता है बल्कि इस वजह से मरीज की मानसिक स्थिति पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।
इससे बचाव के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें। घर के आस-पास व अंदर साफ-सफाई रखें, पानी जमा न होने दें और समय-समय पर रुके हुए पानी में कीटनाशक, जला हुआ मोबिल, डीजल का छिड़काव करते रहें। जिला मलेरिया अधिकारी सुनील कुमार यादव ने फाइलेरिया प्रभावित अंगों के रुग्णता प्रबंधन का अभ्यास कराया। बताया कि वर्तमान में जनपद में फाइलेरिया के 4174 मरीज हैं।
4174 मरीजों में 2299 मरीजों को एमएमडीपी किट वितरित की जा चुकी है। इस अवसर पर अधीक्षक डॉ उज्जवल कुमार, वरिष्ठ मलेरिया निरीक्षक ताज मोहम्मद,पाथ संस्था के जिला समन्वयक नितेश कुमार, ब्लॉक सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधक पूनम भारती आदि उपस्थित रहे।