-धार्मिक आयोजन
-चार दिवसीय आयोजन से गायत्री मंत्र मय हुई महर्षि भृगु की नगरी
बलिया : महाबीर घाट स्थित गायत्री शक्ति पीठ के प्रागंण में गायत्री देवी की प्रतिमा स्थापना के वार्षिकोत्सव पर आयोजित 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ 04 जनवरी की शाम संपन्न हुआ। एक जनवरी से चार जनवरी तक हुए धार्मिक आयोजन से महर्षि भृगु की नगरी पूरी तरह गायत्री मंत्र मय हो गयी।अंतिम दिन गायत्री परिवार के सदस्यों कख उत्साह और उमंग देखने लायक था। प्रदेश सरकार के मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल भी पूर्णाहुति में पूजन को उपलब्ध हुए।
पूर्णाहुति के दिन दीपयज्ञ का कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें 24 हजार से अधिक दीपक एक साथ जलाये गए। यह अलौकिक दृश्य देख श्रद्धालु भाव-विभोर हो गये। जिले के 17 विकास खंडों व नगर क्षेत्र के 24 वार्डों के हजारों गायत्री परिजनों ने हजारों की संख्या में सुबह आठ बजे से दो बजे तक यज्ञ किया। उसके बाद बच्चों ने विभिन्न प्रकार के सामाजिक नाटक के जरिए समाज में शिक्षा व संस्कारों की आकर्षित किया। नारी शिक्षा पर विशेष जोर दिया। शाम दीप यज्ञ के दौरान हजारों दीपक एक साथ प्रज्जवलित किया गया।यह अद्भुत व विहंगम दृश्य देख लोग आनंदित हो गये।
शान्तिकुञ्ज हरिद्वार से आये विद्वान आचार्यों ने की ज्ञान की वर्षा
महावीर घाट स्थित गायत्री शक्तिपीठ पर चल रहे 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ के दौरान मंगलवार को मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल सहित हजारों लोगों ने हवन-पूजन किया। शान्तिकुञ्ज हरिद्वार से आये विद्वान आचार्यों ने प्रवचन व संगीत के माध्यम से कहा कि श्रद्धालुओं में ज्ञान की वर्षा की। बताया कि मनुष्य के ऊपर गुरु कृपा होती है तो वह सामान्य से असामान्य जीवन के व्यक्तित्व वाला हो जाता है। अमृत, पारस, कल्पवृक्ष व कामधेनु को किसी ने नहीं देखा।लेकिन सच्चे मिलने पर दयानंद सरस्वती,स्वामी विवेकानंद व शिवाजी जैसे उत्थान संभव है।अंत में हरिद्वार से आये आचार्यों ने सबको आशीर्वाद दिया। शक्तिपीठ प्रमुख विजेंद्र नाथ अतिथियों व कार्यकर्ताओं के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करने के साथ ही प्रसाद देकर विदा किया।
आंख रोगियों की निःशुल्क जांच
अखंड ज्योति आई हास्पिटल सहरसपाली के तत्वावधान में सोमवार व मंगलवार को निःशुल्क आंख का जांच किया गया। अस्पताल की ओर से ब्रजेश पान्डेय ने बताया कि गायत्री शक्तिपीठ पर जितने रोगियों का आंख बनने लायक है, उनका निःशुल्क आपरेशन होगा। जो रोगी फेको विधि से आपरेशन करायेंगे, उन्हें 10 प्रतिशत छूट दिया जायेगा। यज्ञ के दौरान राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के लोगों ने यज्ञ में आने वाले लोगों का चप्पल-जूता इकट्ठा करने का सराहनीय काम किया।