-प्रशिक्षण सत्र पूर्ण
-बच्चों के शारिरीक विकास संग मानसिक विकास के लिए खेर आवश्यक : डा. अरुण सिंह



बलिया : प्रतिभा चाहे कैसी भी हो, वह कुदरत का नैसर्गिक उपहार है। शिक्षक, प्रशिक्षक के मार्गदर्शन में वह और निखरती जाती है। प्रतिभाएं राष्ट्र के सम्मान में चार चांद लगाती हैं। इन्हीं तथ्यों को ध्यान में रखकर अगरसंडा स्थित सनबीम स्कूल में सात दिवसीय चले खेलों के प्रशिक्षण ‘जोश’ का समापन हो गया ।


जोश के प्रशिक्षण सत्र में वालीबाल, स्केटिंग, कबड्डी, शूटिंग, कराटे, शतरंज, खो-खो, बास्केट बॉल, बैडमिंटन आदि रखा गया था। विद्यालय के बच्चों ने इसमें बढ़-चढ़कर भाग लिया । प्रतिभागियों को विद्यालय प्रशासन द्वारा सहभागिता प्रमाण पत्र से सम्मानित भी किया गया। विद्यालय के निदेशक डॉ कुंवर अरुण सिंह ‘गामा” ने कहा कि खेल से बच्चों का शारीरिक विकास के साथ-साथ मानसिक विकास भी होता है। ऐसे अवसर पर बच्चों को अवश्य भाग लेना चाहिए। इससे बहुमुखी विकास के द्वार खुलते हैं। प्रशिक्षण के आयोजन में कोच पंकज सिंह, तरुण सक्सेना, ज्ञानेंद्र, पूनम यादव, अभय तिवारी, कमला यादव, प्रीति गुप्ता, शंकर, राजेश कुमार रहे। इस अवसर पर प्रशासक एसके चतुर्वेदी व हेडमिस्ट्रेस ज्योत्सना तिवारी की भी मौजूदगी रही।

