-विद्यालय प्रबंधन का ऐलान
– निदेशक डा. अरुण सिंह ‘गामा’ ने कहा अब स्कूल के खर्चे पर पढ़ेंगे होनहार
बलिया : कहते हैं कि- “जब हौसला बना लिया ऊँची उड़ान का, फिर देखना फिजूल है कद आसमान का” परिश्रम ही सफलता की कुंजी है और इस बात को चरितार्थ कर दिखाया है बलिया के अगरसंडा स्थित सनबीम स्कूल के कक्षा दसवीं के ऋषिकांत तथा सर्वकृतिका सिंह ने। विद्यालय प्रबंधन ने भी उनके लिए बेहतर करने का प्रयास करते हुए उन्हें आगे की कक्षा के लिए शत प्रतिशत छात्रवृत्ति देने की घोषणा की है। उक्त घोषणा विद्यालय के प्रबंध निदेशक डा. अरुण सिंह गामा ने की है।
विदित हो कि दिनांक सीबीएसई बोर्ड के कक्षा 12वीं एवं 10वीं का परीक्षाफल घोषित हुआ था जिसमें विद्यालय के विद्यार्थियों ने अपना सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन दिखाया। कक्षा दसवीं में ऋषिकांत ने 98.4% तथा सर्वकृतिका सिंह ने 98.2% अंक प्राप्त कर न केवल विद्यालय बल्कि पूरे जिले में क्रमशः प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त कर अपने माता-पिता सहित पूरे विद्यालय परिवार को भी गौरवान्वित किया है। इस अद्भुत सफलता के फलस्वरुप दोनों विद्यार्थियों को उनके अथक परिश्रम के पारितोषिक के रूप में विद्यालय द्वारा उन्हें कक्षा ग्यारहवीं सत्र (2022-23) में निःशुल्क शिक्षा प्राप्त करने हेतु शत-प्रतिशत छात्रवृत्ति प्रदान की गई है। ताकि आने वाले समय में अन्य छात्र भी अथक परिश्रम के लिए प्रेरित हो सकें और अपनी ऊर्जा का समुचित उपयोग कर सकें। विघालय के प्रांगण में समस्त विद्यार्थियों की उपस्थिति में प्रधानाचार्या एवं निदेशक डॉ कुँवर अरुण सिंह गामा द्वारा यह पारितोषिक उन्हें प्रदान किया गया। विद्यालय के निदेशक डॉ कुँवर अरुण सिंह ने इस अवसर पर विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि विद्यार्थी की क्षमता एवं ऊर्जा असीमित होती है। अतः आवश्यकता है अपनी उर्जा को पहचान कर उसका सही दिशा में उपयोग करना चाहिए। उन्होंने दोनों सफल विद्यार्थियों का उदाहरण देते हुए कहा कि परिश्रम यदि सही दिशा में की जाए तो निश्चित ही सफलता आपके कदम चूमती है। उन्होंने कहा कि विद्यालय सदैव ही परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान करता रहा है और आगे भी छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए बचनबद्ध रहेगा। विद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ. अर्पिता सिंह ने इस अवसर पर विद्यार्थियों को बधाई दी तथा भविष्य में भी उन्हें ऐसी सफलता अर्जित करने हेतु प्रेरित किया।