-बलिया का ज्वलंत मामला
-मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान एक पक्ष ने किया था आत्मदाह का प्रयास
-दूसरे पक्ष ने भी मीडिया के समक्ष रखी अपनी बात, लगाई न्याय की गुहार
शशिकांत ओझा
बलिया : जनपद में एक नए तरह की चर्चा इन दिनों बाजार में है। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान एक ने आत्मदाह करने का प्रयास किया था। उसका आरोप था कि एक व्यक्ति मुझे आर्थिक और मानसिक रूप से परेशान कर रहा है। व्यक्ति ने सोमवार को जिलाधिकारी से मिल ज्ञापन भी दिया। मामले के दूसरे पक्ष ने भी सोमवार की शाम मीडिया के समक्ष उपस्थित होकर अपना पक्ष रखा और न्याय मांगा। उसकी बातों और प्रस्तुत प्रमाणों को देख लगा कि प्रथम पक्ष ही जानबूझकर कर ड्रामा कर मामले को अपने पक्ष में करने का प्रयास कर रहा है।
तीखमपुर निवासी अमिताभ श्रीवास्तव ने मीडिया के समक्ष कहा कि हमारे पैतृक जमीन से सटे शैलेंद्र कुमार और उनके भाई की जमीन थी। लोगों ने मुझसे कहा कि हम अपनी जमीन बेचना चाहते हैं। मैने आग्रह स्वीकार कर लिया। दो भाइयों की जमीन रजिस्ट्री हो गई।
एक पक्ष का रजिटर्ड मुहायदा हुआ। कई खंडों में शैलेंद्र के एसबीआई खाते में धन ट्रांसफर किया गया। जब रकम 17 लाख से अधिक हो गई और उनसे रजिस्ट्री के लिए कहा जाने लगा तो उन्होंने टाल मटोल करना शुरू किया। मजबूर होकर हमें न्यायालय का सहारा लेना पड़ा। जब उन्हें रगा कि न्यायालय का फैसला उनके विपरीत जाएगा तो उन्होंने ने ड्रामा के तहत आत्मदाह का प्रयास और जिलाधिकारी को पत्रक देकर दिशा भ्रमित करने की सोच रहे हैं।
अमिताभ श्रीवास्तव ने न्याय की गुहार करते हुए कहा कि यदि शैलेंद्र ने क ई खंड में 17 लाख से अधिक धन लिया और 19 लाख में ही सौदा तय था तो हम गलत कहां है। जिलाधिकारी, मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगा न्यायालय के निर्णय पर आस्था जताई।