शशिकांत ओझा
बलिया : जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता के संरक्षण एवं निर्देशन में अंग्रेजी विभाग द्वारा शनिवार को ‘लिटरेचर ऑफ दी इंडियन डायसपोरा’ विषय पर एक ऑनलाइन व्याख्यान का आयोजन किया गया।
इस व्याख्यान के मुख्य वक्ता अम्बेडकर विश्वविद्यालय, दिल्ली के प्रो. अमित कुमार मिश्र रहे। प्रो. मिश्र ने इंडियन डायसपोरा (भारतीय मूल के प्रवासी) के विभिन्न पहलुओं को रेखांकित किया। उन्होंने प्रवासी भारतीयों के साहित्य में पहचान का संकट, सांस्कृतिक विस्थापन, भौगोलिक विस्थापन तथा भारत भूमि के प्रति सम्मोहन आदि बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की। प्रो. मिश्र सिकंदरपुर के पास मिश्रचक गांव के निवासी हैं और ‘लिविंग लिजेंड्स ऑफ बलिया’ फोरम के सदस्य हैं। उन्होंने हैदराबाद विश्वविद्यालय, हार्वर्ड विश्वविद्यालय में अध्ययन- अध्यापन का कार्य किया है। प्रो. मिश्र फिजी, मारीशस इत्यादि देशों का भी भ्रमण कर चुके हैंI आपकी कई पुस्तकें तथा शोध पत्र अंतरराष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हैं I उक्त व्याख्यान में विभागाध्यक्ष डॉ अजय कुमार चौबे ने अतिथियों का स्वागत किया तथा एम.ए. तृतीय सेमेस्टर की छात्रा मुस्कान सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन कियाI इस ऑनलाइन व्याख्यान में अंग्रेजी विभाग की डाॅ. सरिता पाण्डेय, डाॅ. दिलीप मध्येशिया तथा डाॅ. नीरज सिंह उत्तर प्रदेश सहित देश के कई विश्वविद्यालयों के प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया।
विश्वविद्यालयी परीक्षा में चार नकलची पकड़े गये
जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय की विषय सेमेस्टर की परीक्षाएँ चल रही हैं। कुलपति प्रोफेसर संजीत कुमार गुप्ता के कुशल मार्गदर्शन में शुचितापूर्ण और नकलविहीन तरीके से परीक्षाओं को संपन्न कराने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन पूर्णतया प्रतिबद्ध है। कुलपति स्वयं परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे हैं। विश्वविद्यालय द्वारा गठित सचल दस्ते भी दोनों पालियों में लगातार परीक्षा केंद्रों का लगातार दौरा कर रहे हैं। इस क्रम में डाॅ. कौशल कुमार पाण्डेय की टीम ने दो परीक्षार्थियों को हाथ पर लिखकर नकल करते हुए पकड़ा। इस दस्ते में डाॅ. प्रवीण नाथ यादव और डाॅ. मनोज कुमार सम्मिलित हैं। डॉ. संदीप कुमार पाण्डेय के नेतृत्व वाली सचल दस्ता की दूसरी टीम ने सतीश चंद्र कालेज व बजरंग पीजी कालेज से एक-एक परीक्षार्थी को नकल करते हुए पकड़ा। इस दस्ते में डॉ. ओम प्रकाश यादव, सौम्या तिवारी और डॉ. प्रेमभूषण शामिल हैं।